एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने मंगलवार की दोपहर घूस लेते सब इंस्पेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। दरअसल सब इंस्पेक्टर ने केस मैजेन (कमजोर) करने के एवज में बबीता देवी से रिश्वत की डिमांड की थी। जिसकी शिकायत उक्त महिला ने एसीबी से कर दी। महिला बबिता देवी की शिकायत की पुष्टि होने पर एसीबी ने सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज किया। जिसके बाद कानूनी कार्रवाई करते हुये घूस के पैसों के साथ उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
एसीबी की टीम ने रांची के रातू थाने में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर को 35 हजार रूपये रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया। सब इंस्पेक्टर 307 केस को हल्का (कमजोर) करने के एवज में रिश्वत मांगा था। दरसल पूरा मामला रांची के रातू थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार सिंह से जुड़ा है। एसीबी की टीम ने उसे रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रातू थाना क्षेत्र की रहने वाली बबीता देवी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में सत्येंद्र सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी।
क्या है मामला
रातू थाना में महिला बबीता देवी का पति को एक मामला में आरोपी बनाया गया हैं। इस केस का आईओ सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह हैं। बबीता देवी ने सब इंस्पेक्टर से कहा कि जो सच्चाई है उस पर जांच किया जाये। ताकि उसके पति को न्याय मिल सके। इसके बावजूद दारोगा सत्येंद्र सिंह बबीता देवी से केस डायरी मैनेज करने के लिए रिश्वत मांगता रहा। जिसके बाद मजबूरन बबीता देवी ने इसकी शिकायत एसीबी से की। जिसके बाद एसीबी ने इस बात की सत्यता को जानने की कोशिश की, आखिर बबिता देवी अपने पति को कहीं बचाने के लिए यह सब साजिश को नहीं कर रहीं।
बबिता देवी की शिकायत पर एसीबी ने तकरीबन एक सप्ताह तक इस बात की जांच की आखिर महिला के आरोप सत्या है अथवा नहीं। लेकिन एसीबी ने इस पूरे मामले में बबिता देवी की शिकायत को सही पाया। और एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को सत्येंद्र सिंह के रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गयी। जिसके बाद एसीबी ने सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह को ट्रैप करने की पूरी तैयारी कर ली। इसी कड़ी में रातू थाने से मंगलवार की दोपहर उसे एसीबी ने घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
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