सिनियर आईपीएएस अधिकारी अनुराग गुप्ता ने बतौर झारखंड के डीजीपी का पदभार ग्रहण कर लिया हैं। दरअसल झारखंड पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को अनुराग गुप्ता पदभार ग्रहण करने पहुंचे थे। जहां पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उनकी अगुवाई की। जिसके बाद अनुराग गुप्ता पुलिस मुख्यालय स्थित कार्यालय पहुंचे। इस दौरान कागजी औपचारिकता को पूरी करने के बाद उन्होंने अजय कुमार सिंह से पदभार लिया।
इसके साथ ही आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता एक बार फिर से झारखंड के डीजीपी बन गये है। यह दूसरा मौका हैं जब उन्होंने झारखंड का प्रभारी डीजीपी के तौर पर पद संभाला हैं। दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ लेने के कुछ घंटे बाद ही गृह करा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने गुरुवार (28 नवंबर) को अधिसूचना जारी कर दी थी।
अधिसूचना अनुसार चार आईपीएस अधिकारी का तबादला किया गया था। जिसके तहत अनुराग गुप्ता को झारखंड का नया प्रभारी डीजीपी बनाया गया हैं। अनुराग गुप्ता झारखंड कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वे प्रभारी डीजीपी के साथ-साथ एसीबी और सीआईडी डीजी का काम भी देखेंगे। साल 2022 में उन्हें डीजी रैंक में प्रमोट किया गया था। झारखंड में उनकी छवि तेज तर्रार आईपीएस के रुप में जानी जाती हैं। पदभार संभालने के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं को लेकर चर्चा की। जहां उन्होंने हिंसक अपराध, नारकोटिक्स, साइबर और महिलाओं से जुड़े अपराधों पर अधिक ध्यान देने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि पुलिस आम लोगों के लिए हैं। पुलिसकर्मियों को इनकी बातों को सुनने के साथ-साथ समाधान निकालना होगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आयोग के निर्देश पर सरकार ने प्रभारी डीजीपी अनुराग गुप्ता को उनके पद से हटा दिया था।
आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने दूसरी बार संभाला रांची जिला..
आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने शुक्रवार को रांची उपायुक्त पद की जिम्मेवारी को संभाल लिया हैं। आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री समाहरणालय ब्लॉक-ए में वरुण रंजन से पदभार लिया। जिसके बाद पदभार ग्रहण करने की कागजी प्रक्रिया को पूर की गयी। इस दौरान उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं को साझा किया।
उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतरना ही उनकी पहली प्राथमिकता का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि पहले विभागों के कमियों की समीक्षा करेगे। जिसके बाद एक्शन प्लान बनाकर काम किया जायेगा। सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतरा जायेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पांच पिलर पंचायत, प्रखंड अंचल कार्याल और पुलिस स्टेशन के पदाधिकारी व कर्मी समय अनुसार कार्यालय में रहे। सभी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। पदाधिकारी और कर्मचारी इस बात का ध्यान रखें कि आम जनता को किसी काम के लिए कार्यालय का बार-बार चक्कर काटना नहींं पड़े।
दरअसल सरकार गठन के बाद ही कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने गुरुवार (28 नवंबर) को अधिसूचना जारी कर दी थी। जिसमें रांची उपायुक्त की जिम्मेवारी झारखंड कैडर 2011 बैच के आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री को मिली हैं।
अधिसूचना के तहत अगले आदेश तक के लिए आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री अपने कार्यों के साथ बंदोबस्त पदाधिकारी रांची का अतिरिक्त प्रभार मिला हैं। यह दूसरा मौका हैं जब आईएएस अधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने रांची उपायुक्त का पदभार संभाला हैं।
बता दें कि मंजुनाथ भजंत्री को अक्टूबर माह में रांची उपायुक्त की जिम्मेवारी दी गयी थी। विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही 15 अक्टूबर 2024 को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलने पहुंचे। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों ने रांची उपायुक्त रहे मंजूनाथ भजंत्री को तत्काल पद से हटाने की मांग की थी। जहां भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सह अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार को ज्ञापन सौंपा था। जिसके बाद ही उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री का तबादला कर दिया था।