आदिवासी संगठनों ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को झारखंड बंद की घोषणा की है। इस बाबत समस्त आदिवासी मूलवासी संगठन ने बंद को लेकर पोस्टर जारी किए हैं। इस पोस्टर में हेमंत सोरेन की तस्वीर लगी हुई है। हेमंत सोरेन आदिवासी समाज से आते हैं। इनके समर्थन में आदिवासी संगठनों ने बंद का ऐलान किया है। दरअसल ईडी ने बुधवार (31 जनवरी) को पूछताछ के बाद देर रात हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। जिसका विरोध आदिवासी संगठन कर रहे है। बंद को लेकर संगठन से जुड़े लोग सड़कों पर उतरेगे। यह पोस्ट में व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया में तेजी से शेयर किया जा रहा हैं। इस पोस्ट में निवेदक के रूप में समस्त आदिवासी मूलवासी संगठन लिखा हुआ है। हांलाकि इसमें ना ही किसी व्यक्ति का नाम और ना ही किसी प्रकार का कांटेक्ट नंबर है।
बंद का जेएमएम ने किया खंडन,कार्यकर्ताओं से संयम बरतने को कहा
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने स्पष्ट किया कि जेएमएम 1 फरवरी को बंद नहीं बुलाई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न जन संवाद और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से बंद की जानकारी मिली है। जिसके अनुसार वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के कारण अदिवासी संगठनों की ओर से गुरुवार को बंद बुलाया गया है। इस बंद को झारखंड मुक्ति मोर्चा के नाम से दर्शाया गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा इस खबर का खंडन करती है। उन्होंने जेएमएम के नेता और कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए संयम बरतने की बात कही।