सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (20 अगस्त) को कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले पर सुनवाई की। शीर्ष अदालत ने इस मामले को स्वतः संज्ञान में लिया हैं। जिसपर आज सुनवाई की गयी। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सीएम ममता बनर्जी सरकार से तीखे सवाल पूछे। वहीं, इस मामले में राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल पक्ष रख रहे हैं। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय बेंच ने राज्य सरकार का पक्ष रख रहे कपिल सिब्बल से एक के बाद एक सवालों को पूछा।
कोर्ट ने कड़े शब्दों में पूछा कि पैरेंट्स को बॉडी आठ बजे रात दी गयी। उसके बाद 11 बजकर 45 मिनट पर केस दर्ज क्यों हुआ ? पीड़िता की मौत 9 अगस्त तड़के 3 बजे से 5 बजे के बीच हुई थी। कोर्ट ने आगे पूछा कि क्या शुरुआत में मर्डर केस दर्ज नहीं किया गया ? कॉलेज के प्रिंसिपल उस समय क्या कर रहे थे ? उन्होंने एक्शन क्यों नहीं लिया ? इन सब सवालों की बौछार पर अधिकतर जवाब कोर्ट को नहीं मिली। वहीं, इस दौरान चीफ जस्टिस ने अस्पताल में भारी भीड़ घुसने पर सवाल किये। कहा कि जब अस्पताल में मॉब पहुंचने लगी, तो उस वक्त पुलिस क्या रह रही थी ? पुलिस ने क्राइम सीन क्यों प्रोटेक्ट नहीं किया ? मॉब को अंदर कैसे जाने दिया गया ?
चीफ जस्टिस ने कपिल सिब्बल से पूछा कि प्रिंसिपल पर क्या किया जाये ? कपिल सिब्बल ने कहा कि जो आदेश देगे, वह पालन किया जायेगा। वहीं, सुनवाई के दौरान तीन सदस्यीय बेंच ने एक नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया हैं। इस नेशनल टास्क फोर्स को अंतरिम रिपोर्ट तीन हफ्ते में देना होगा हैं। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल ने अदालत को बताया कि लड़की के साथ जानवर से बदतर सलूक किया गया।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से 22 अगस्त (गुरुवार) को स्टेटस रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया हैं। चीफ जस्टिस ने कहा कि हम रिपोर्ट देखना चाहते हैं। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सभी डॉक्टरों से अपना प्रोटेस्ट को वापस लेने ने बात कहीं हैं। इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों से कहा कि हम पर ट्रस्ट करें। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। काम पर लौट जायें। इन प्रदर्शन से मरीजों को अधिक नुकसान हो रहा हैं। उन्हें लंबे इंतजार के बाद अप्वाइंटमेंट मिलती है। जो प्रदर्शन की वजह से अब रद्द हो रही है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य पुलिस से कहा कि शांति पूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर संजीदगी से काम लें। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी।
नेशनल टास्क फोर्स का गठन ,जाने कौन कौन हैं शामिल….
# सर्जन वाइस एडमिरल आर सरिन
# डॉ डी नागेश्वर रेड्डी
# डॉ एम श्रीनिवास
# डॉ प्रतिमा मुर्ति
# डॉ गोवर्धन दत्त पुरी
# डॉ सौमित्र रावत
# प्रो अनिता सक्सेना, कार्डियोलॉजी विभाग प्रमुख, एआईआईएमएस दिल्ली
# प्रो पल्लवी सापरे, डीन ग्रांट मेडिकल कॉलेज मुंबई
# डॉ पद्मा श्रीवास्तव, न्यूरोलॉजी विभाग, एआईआईएमएस दिल्ली
राष्ट्रीय कार्यदल के पदेन सदस्य
भारत सरकार के कैबिनेट सचिव
भारत सरकार के गृह सचिव
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के अध्यक्ष
राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष