न्यायायुक्त ने किया बिरसा मुण्डा केंद्रीय कारा व संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण
कानूनी दायरे में रहकर सभी को अपनी बातों को रखने का अधिकार है। चाहे वह किसी भी प्रकार की परेशानी हो। वे न्यायालय से सम्पर्क कर अपनी समस्या को रख सकते है। यह बाते बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा होटवार में रविवार को न्यायायुक्त अरूण कुमार राय ने कही। इस दौरान होटवार में विशेष विधिक जागरूकता शिविर एवं निरीक्षण किया गया। न्यायायुक्त ने बंदियों से समस्याएं और महिला वार्ड बंदियों से मिले। उन्होंने कहा कि वैसे दोषसिद्ध बंदी जिन्होंने अभी तक अपील नहीं की है। वो जिला विधिक सेवा प्राधिकार(डालसा) में आवेदन देकर जेल से ही अपील कर सकते है। उनकी बातों को विधिक सेवा प्राधिकार अपने अधिवक्ता द्वारा अपीलीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि वैसे बंदी जिनका बेल हो चुका है और वह बेल बांड की शर्तो को पूरा नहीं कर पा रहे। वे शर्तो में परिवर्तन के लिए भी आवेदन दे सकते है। इन सब बातों के सुनने के बाद आज एक बंदी ने जेल अपील और तीन बंदियों ने बेल शर्तों पर परिवर्तन को लेकर न्यायायुक्त के समक्ष आवेदन दिया। जिस पर न्यायुक्त ने डालसा को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आज हम बंदियों के बीच उनकी समस्या को सुनने आये है। इसके साथ ही उस समस्या के निराकरण की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बंदियों के पुनर्वासन एवं उनके परिवार को सरकार द्वारा चलाई जा रही कार्यक्रम से जोड़ने में डालसा रांची की भूमिका की भी चर्चा की। वही, कुछ बंदियों ने अपनी समस्या न्यायायुक्त के समक्ष रखी। जिसका निराकरण जल्द करने का आश्वासन भी दिया गया।