समान नागरिक संहिता ( यूसीसी ) आदिवासी समाज के हित में नहीं है। जिस तरह से आदिवासियो पर अत्याचार हो रहा है। अगर समय रहते आदिवासी एकजुट नही हुए, तो आने वाला दिन में आदिवासियो का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा । ये बाते केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने रविवार को प्रधान कार्यालय डेम पार्क कांके रोड में आयोजित बैठक में कही। उन्होंने समाज के लोगो से आग्रह करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की घटना को गंभीरता से ले। जिस तरह से आदिवासी के ऊपर भाजपा पार्टी के नेता पेशाब कर रहे है । ये शोभनीय नहीं है , इसकी जितने भी निन्दा की जाए कम है। अगर सामान नागरिक सहिता कोड लागू होगा, इसका लाभ समाज को नहीं मिलेगा। हमरा समाजिक परंपरा, रिती रिवाज, हक व अधिकार, धर्म , आरक्षण , समाजिक व्यवस्था सब समाप्त हो जाएगी। इसलिए युनिफोर्म सिविल कोड का जोरदार तरीके से विरोध किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दसवीं और इंटर पास 60 प्रतिशत अंक लाने वाले मेधावी बच्चों को समारोह कर सम्मानित किया जाएगा। इसकी सूचना 9334820071 , 6299078474, 6203342887, 9297694156, 8677840034, 8789441567 नम्बर पर सम्पर्क कर अपना मार्क सीट जमा कर सकते है। मार्क सीट जमा करने की अंतिम तिथि 11 जुलाई तक होगा। बैठक में अनिता उरांव, संगीता गाडी, महादेव उरांव, सती तिर्की, कुईली उरांव, बसंती कुजूर, भानू उरांव, रीता खलखो, नीलम उरांव, अन्नु मुंडा, बितो तिर्की, सीटीओ उरांव, पार्वती टोप्पो, मीणा गाड़ी, गुड्डी उरांव, कुलदीप उरांव समेत अन्य मौजूद थे।