उलगुलान की धरती झारखंड में आयोजित उलगुलाल न्याय महारैली में झारखंड के विभिन्न गांव, पंचायत, टोले से आए हुए बड़े बुजुर्ग, माताएं, बच्चे, बहनों, साथियों और मेरे पूरे देश से आए हुए इंडिया महापरिवार के नेतागण को धरती आबा बिरसा मुंडा, सिद्धू कान्हू जैसे अनेक शहीदों के इस पावन धरती पर मैं बिरसा कारा से आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं.. जोहार करता हूं.. दरअसल कल्पना सोरेन ने प्रभात तारा मैदान से रविवार को उलगुलाल न्याय महारैली में जेल में बंद अपने पति हेमंत सोरेन के भेजे हुए चिट्ठी को पढ़ी.. कल्पना ने कहा मैं आज आप सबके सामने हेमंत सोरेन जी का पत्र लेकर आई हूं.. इस पत्र के माध्यम से हेमंत जी ने झारखंडवासियों के लिए संदेश भेजा है…..
कल्पना सोरेन ने अपने पति हेमंत सोरेन के संदेश को आगे पढ़ते हुए कहा कि राज्य निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी को चरण स्पर्श करता हूं.. साथियों आज झारखंड उलगुलान रैली में आपके साथ नहीं हूं.. विगत चार सालों से विपक्ष मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचकर आखिरकार एक बेबुनियाद आरोप में करीब ढाई महीने से मुझे बिरसा मुंडा जेल में बंद कर रखा है।
इसी तरह आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी उनके सहयोगियों के साथ दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद कर रखा है। यह आजादी के बाद पहली बार हुआ है जब किसी पार्टी के शीर्ष नेता, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को चुनकर चुनाव के ठीक पहले सुनियोजित तरीके से आरोप लगाकर जेल में डाल दिया है..
खैर, कोई बात नहीं मुझे आज जेल में रहते हुए भी खुशी हो रही है कि जिस लोकतंत्र की रक्षा, हक व अधिकार की लड़ाई के लिए हम लड़ रहे हैं.. उसे केवल हम ही नहीं बल्कि विभिन्न राज्य के नेता आगे बढ़ा रहे हैं.. उलगुलान के मंच पर आदरणीय मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला, भगवंत मान, सुनीता केजरीवाल, दीपांकर भट्टाचार्य, संजय सिंह, प्रियंका चतुर्वेदी, तेजस्वी यादव और विवेक गुप्ता का अभिवादन करता हूं..
साथियों, उलगुलान का मतलब ही है, अब और नहीं चलेगी.. ठगों की सरकार..लोकतंत्र लूटने नहीं देंगे, संविधान खत्म होने नहीं देंगे, देश टूटने नहीं देंगे.. इस चुनाव में बड़े पैमाने पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.. झारखंड देश का सबसे गरीब राज्य में से एक है.. हमारे प्राकृतिक संसाधनों से पूरा देश चलता है.. इसके बदले में हमें क्या मिलता है, पलायन, विस्थापन, भुखमरी, बीमारी.. हम अपना हक मांगते हैं तो हमें जेल में डाल दिया जाता है..
सरकार के करतूत के बारे में अगर बात की जाए तो रात और दिन कम पड़ जाएगा.. आपके सामने देश के कई अनुभवी नेता एक साथ मंच पर मौजूद है, जो आपको कई सारी बातें बताएंगे.. कि किस तरीके से पूरे देश को केंद्र सरकार ने ठगा और लूट है.. इसके साथ ही हेमंत सोरेन ने पत्र के माध्यम से केंद्र सरकार के नीतियों पर जमकर निशाना साधा.. पत्र तो कल्पना ने पढ़ी, लेकिन भावना हेमंत सोरेन के थे……..