टेट सफल सहायक अपनी एक सूत्री मांगों के समर्थन में पिछले 27 दिनों से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन कर रहे है। जब तक मांगों पर पहल नहीं होगी पारा शिक्षक उठने वाले नहीं, सरकार हमारी मांगें पूरी करो, हम सब इसी प्रदेश के माटी के लाल है समेत अन्य नारों के साथ टेट सफल सहायक धरना स्थल पर आंदोलनरत है। यह आंदोलन टेट सफल सहायक अध्यापक समन्यवय समिति संघ के बैनर तले राजभवन के समक्ष किया जा रहा है। वही, रविवार को भी अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना जारी रहा। जिसमें रांची और दुमका जिला के टेट सफल सहायक अध्यापकों ने आंदोलन में शामिल होकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुंलद की।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संगठन के प्रदेश संरक्षक प्रमोद कुमार और महासचिव मोहन मंडल ने संयुक्त रुप से कहा कि झारखंड सरकार अपने वादे से मुकर रही है। एनईपी और एनसीटीई के सभी गाइड लाइन को पूरा करने के बावजूद भी बीते 27 दिनों से सहायक अध्यापक अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे है। लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। आप इस बात से आंदाजा लगा सकते है कि अबतक सरकार की ओर से वार्ता करने को लेकर कोई भी जहमत उठाने की कोशिश तक नही कर रहे है। लेकिन इसके बावजूद हम डटे है और आगे भी डटे हुए रहेगे। सरकार के साढ़े 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी अहर्ता प्राप्त टेट पास सहायक अध्यापकों को आमरण अनशन के दौर से गुजरना पड़ रहा है। जिसमें कई शिक्षक बीमार भी पड़ चुके हैं। प्रतिदिन शिक्षकों की तबीयत बिगड़ रही है और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। शिक्षकों के आंदोलन को 17 विधायक और मंत्री का समर्थन भी प्राप्त है। इसके बावजूद सरकार टेट सफल सहायक अध्यापक के एकमात्र मांग यानी वेतनमान पर अबतक कोई पहल नहीं किया जा सका है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इन 27 दिनों में सहायक अध्यापकों ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिये विभिन्न कार्यक्रमों भी किए। लेकिन सरकार इस मसले पर कुछ करने को तैयार नहीं है। सरकार के मुखिया सह शिक्षा मंत्री हेमंत सोरेन बीते विधानसभा चुनाव में विभिन्न मंचों से घोषणा की थी कि उनकी सरकार राज्य में बनती है, तो तीन माह के अंदर टेट सफल सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जायेगा। लेकिन स्थिती आप खुद देख सकते है कि अखिर पारा शिक्षकों के साथ क्या हो रहा है। हम स्कूल छेड़कर सड़कों पर बैठे है। अब उग्र आंदोलन ही मात्र एक विकल्प बचा है।
उन्होंने कहा कि सरकार टेट सफल सहायक अध्यापक की भावनाओं को समझे। सभी पिछले 27 दिनों से अपने घर और परिवार को छोड़कर आंदोलन कर रहे है। मांगों पर जल्द पहल करें अन्यथा बाध्य होकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड के माटी की सरकार लगातार सहायक अध्यापकों को छलने का काम कर रही है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि टेट सफल सहायक अध्यापकों को अविलंब वेतनमान की प्रक्रिया को पूरा करें। धरना स्थल पर झरीलाल महतो, नफीस अंसारी, मुख्तार अंसारी, घनश्याम चंद, संजय यादव, कालीचरण, कुमार गौरव, गुणाधर महतो, विजय कुमार, धर्मेन्द्र कुमार राय, जयप्रकाश यादव, विकास ठाकुर, सहदेव मंडल, राजेन्द्रनाथ मांझी, अनूप दत्ता, नंदलाल साह, राजकिशोर महतो, अजय कुमार, महताब आलम समेत अन्य सहायक अध्यापक उपस्थित थे।