सऊदी सरकार ने इस साल से हज यात्रा को लेकर बदलाव किए है। दरअसल नए व्यवस्था के तहत अब परमिट लेना होगा। सुचारू व्यवस्था को बनाने के लिए इसे बड़े प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। हज और उमरा मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि जरुरी परमिट प्राप्त किए बिना हज करना अवैध है। कोई भी ऐसी कोशिश ना करें। हज दुनिया की सबसे बड़ी तीर्थयात्राओं में से एक है। हज के लिए इस साल दुनियाभर से तकरीब 19 लाख लोगों का सऊदी पहुंचने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के दौरान हज के लिए आने वालों की तादाद घट गई थी। जिसके बाद अब फिर से यात्रा पर आने वालों की संख्या में बढ़ोतरी आई है।
भारत से इस साल हज के लिए एक लाख 39 हजार लोग सऊदी अरब पहंचेगे। जिसके तहत देशभर से लोगों ने हज के लिए आवेदन किया था। लॉटरी सिस्टम के जरिए 1,39054 हाजियों का नाम हज यात्रा के मद्देनजर चुना गया। वही, हज यात्रा में तकरीब 35 हजार लोग अपने पैसे लगाकर यानी निजी रूप से जाएंगे। भारत और सऊदी की सरकारों के बीच हाल ही में द्विपक्षीय हज समझौता हुआ है। इसके तहत हज 2024 के लिए भारत से कुल 1,75,025 हाजियों का कोटा मिला हुआ है। जिसमें भारतीय हज समिति के माध्यम से 1,40,020 सीटें आरक्षित की गई हैं। वही, हज ग्रुप संचालकों के माध्यम से 35,005 हाजी सऊदी जा सकते हैं।
बिना परमिट मक्का प्रवेश पर भी रोक
सऊदी ने हज को लेकर बिना परमिट वाले लोगों पर रोक लगा दी है। जिनका 15 मई से पवित्र शहर मक्का में प्रवेश करने पर भी रोक रहेगा। ऑनलाइन के तहत सऊदी किंगडम ने नुसुक प्लेटफॉर्म पर आवेदन के तहत प्रक्रिया शुरु करने का भी प्रयास किया है। सऊदी सरकार ने हज से जुड़ी ज्यादातर सुविधाएं ऑनलाइन कर दी हैं।