राष्ट्रीय युवा शक्ति की अगुवाई में सैकड़ो युवाओं ने रविवार को शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापना करने को लेकर आक्रोश मार्च निकाला। यह पहाड़ी मंदिर मुख्य द्वार से होते हुए राजभवन तक गया। जिसके बाद आक्रोश मार्च अनिश्चितकालीन धरना में तब्दील हो गयी। सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने हाथों में तिरंगा के साथ सरदार भगत सिंह का कट आउट लेकर शामिल हुए। इसका नेतृत्व राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव ने किया।उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारी को दो गज भूमि नहीं मिल पाना दुःखद है। एक वर्ष होने को है, प्रशासन और नगर आयुक्त से कई दौर की वार्ता हुई। वही, अब नगर निगम का चक्कर लगाते-लगाते थक गए, तब जाकर मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा है। भगत सिंह सिर्फ एक महान क्रांतिकारी ही नहीं, हमारी विरासत भी हैं। और अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए उन्हें जीवित रखना हमारा धर्म है। जिससे आगे आनेवाली पीढ़ी उनकी विचारधारा को आत्मसात कर सके।
उन्होंने कहा कि झारखंड क्रांतिकारियों की भूमि रही है। उससे भी दुःखद वह क्षण था जब झारखंड की पावन भूमि पर भगत सिंह का अपमान किया गया। इनकी प्रतिमा को क्रेन से असभ्य तरीके से उठाया गया। उसके बाद पुलिस लाइन में कबाड़ गाड़ियों के बीच में शर्मनाक तरीके से रख दिया गया। उन्होंने कहा कि आज आक्रोश मार्च निकाला है, यदि जल्द ही उचित निर्णय के साथ प्रतिमा को सम्मानपूर्वक स्थापित नहीं की गयी, तो आंदोलन तेज किया गया।
धरनास्थल पर जगदीश सिंह, दिलीप गुप्ता, उमेश साहू, रवि कुमार, वीरेंद्र गोप, सावन लिंडा, रंजन माथुर, रोहित यादव, निखिल गुप्ता, आर्यन मेहता, बबलू सिंह, नितेश वर्मा, शैलेश नंद तिवारी, विजय तिर्की, मोनू विश्वकर्मा, मिथिलेश सिंह, दुलारी देवी, लक्ष्मी साहू, प्रीति सिन्हा जायसवाल, ममता कुमारी, चंद तिवारी, मन्नू चौधरी पिंटू लाल, विनय सिंह, अभिषेक बंटी यादव, पिंटू बजाज, शंकर यादव, संतोष शर्मा, संजय तिवारी, राहुल गुप्ता, इंद्र पासवान, उत्तम पाल, सोनू गुप्ता, जिमी गुप्ता, अनुराग तिर्की, राहुल कुमार, आयुष गोप, सत्येंद्र सिंह, गौरी शंकर प्रसाद, मंटू वर्मा, आकाश सिन्हा, आर्यन गुप्ता, मिकी कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।