रांची मंडल के नये मंडल रेल प्रबंधक के रूप में जसमीत सिंह बिंद्रा ने पद संभाला। बताते चले इससे पूर्व डीआरएम प्रदीप गुप्ता थे। इनका ट्रांसफर हो जाने के बाद जसमीत सिंह बिंद्रा ने पदभार ग्रहण किया। बिंद्रा भारतीय रेलवे यातायात सेवा 1996 बैच के अधिकारी हैं | उनके पास रेलवे और भारत सरकार के विभिन्न विभागों में काम करने का लंबा अनुभव है। इससे पहले, वे दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक (पीएम) के रूप में कार्यरत थे। जहां उन्होंने दूरगामी सिस्टम सुधार और नवाचारों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पारदर्शिता, दक्षता और प्रभावशीलता में वृद्धि हुई । उन्होंने कोविड-19 की कठिन अवधि के दौरान उत्तर रेलवे के मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक के रूप में कार्य करते हुये श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को संचालित किया।
वही, जसमीत सिंह बिंद्रा ने कोयला मंत्रालय (नई दिल्ली) में निदेशक के रूप में सेवाए दे चुके है। इस दौरान वे महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) और सिंगरेनी कोल कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में भी शामिल थे इसके साथ ही जसमीत सिंह बिंद्र रेलवे बोर्ड में निदेशक के रूप में भी कार्यरत थे। जहां उन्हें उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया है । रेलवे बोर्ड में अपने कार्यकाल से पहले, उन्होंने दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर, आद्रा और चक्रधरपुर मंडलों के परिचालन और वाणिज्यिक विभागों में विभिन्न पदों पर काम किया। इस दौरान उन्हें जीएम पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ इनोवेशन पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया।
इंजीनियर और प्रबंधक की पढ़ाई की है जसमीत सिंह बिंद्रा : डीआरएम ने एनआईटी जालंधर से बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक्स) की पढ़ाई की है। वही, जीएनडीयू, अमृतसर से एमबीए की डिग्री प्राप्त किया । उन्होने गोल्डमैन स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले, यू.एस.ए से मास्टर डिग्री भी हासिल की है । अपने 25 वर्षों के करियर के दौरान, उन्होंने कई देशों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मंचों पर रेल मंत्रालय और भारत सरकार का प्रतिनिधित्व भी किया है।