झारखंड हाईकोर्ट में बुधवार को चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा एवं जस्टिस आनंद सेन की खंडपीठ में हजारीबाग की रहनेवाली एक नाबालिग बच्ची को एसिड पिलाने से जुड़े स्वत: संज्ञान से दर्ज मामले की सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से अदालत को जानकारी दी गई कि आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट गुजरात के गांधीनगर में 21 से 25 अगस्त के बीच करा लिया गया है। लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट अब तक प्राप्त नहीं हो सकी है। इसके लिए समय की मांग की गई। इस पर अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 11 अक्तूबर निर्धारित की है। पूर्व की सुनवाई में राज्य सरकार को अद्यतन जानकारी शपथ पत्र के माध्यम से अदालत में पेश करने का निर्देश दिया है। बता दें कि दिसंबर 2019 में हजारीबाग की एक नाबालिग स्कूली छात्रा को कुछ लोगों ने एसिड पिला दिया था। छात्रा को पटना एम्स और रांची के रिम्स में इलाज चला। एसिड पिलाने के कारण वह दो माह तक कुछ नहीं बोल पा रही थी। खबर प्रकाशित होने के बाद अधिवक्ता अपराजिता भारद्वाज ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। इसके बाद चीफ जस्टिस ने इस पर संज्ञान लिया और जनहित याचिका में तब्दील कर दिया। उस मामले में सुनवाई हुई।