पीएमएलए कोर्ट रांची ने शनिवार को झारखंड की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को बड़ी राहत दी हैं। जहां कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली हैं। कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत प्रदान की हैं। जिसमें पूजा सिंघल को दो -दो लाख के दो मुचलके, पासपोर्ट जमा और हर माह के डेट पर सशरीर पेश होना होगा। वहीं, कोर्ट के इस फैसले के बाद अब निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल का जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया हैं। दरअसल पीएमएलए कोर्ट के जज पीके शर्मा की अदालत में पूजा सिंघल के याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। जो शनिवार तक जारी रहेगा।
इससे पूर्व सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बिरसा मुंडा कारागार के अधीक्षक से पूजा सिंघल कब से जेल और उनकी न्यायिक हिरासत अवधि पर स्टेटस रिपोर्ट मांगा था। जिसके बाद बिरसा मुंडा कारागार अधीक्षक की ओर से कोर्ट में जवाब दाखिल किया गया। वहीं, पूजा सिंघल ने भारत नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 (बीएनएसएस 2023) के एक प्रावधान के तहत जमानत की गुहार लगायी थी। नये कानून में दिये प्रावधान के अनुसार अगर कोई आरोपी लंबे समय से जेल में बंद हैं। साथ ही उक्त आरोपी को उस मामले में दी जाने वाली सजा की कुल एक तिहाई अवधि जेल में बिता ली हैं, तो उसे जमानत दी जा सकती हैं। इसी आधार को जानने के लिए कोर्ट ने बिरसा मुंडा कारागार के अधीक्षक स्टेटस रिपोर्ट मांगा था। जहां दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने पूजा सिंघल को जमानत देने का फैसला सुनाया हैं। बता दें कि मनी लांड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार पूजा सिंगल 28 महीनों से जेल में बंद हैं। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एक माह की अंतरिम जमानत प्रदान की गयी है। तब सुप्रीम कोर्ट में पूजा सिंघला ने बेटी की बीमारी के ग्राउंड पर जमानत की अर्जी दाखिल की थी।
क्या है मामला
पूजा सिंघल पर आरोप है की खूंटी में मनरेगा घोटाला फरवरी 2009 से 2010 के बीच हुआ था। वह इससे पहले चतरा और पलामू की उपायुक्त भी रह चुकी हैं। जिसके बाद मनरेगा घोटाला से जुडे़ मामले पर राजधानी रांची में ईडी ने 25 ठिकानों पर छापामारी की थी। जहां हरमू हाउसिंग कॉलोनी में सीए सुमन सिंह के आवास पर भी छापेमारी हुई। इस दौरान ईडी ने सुमन के यहां से 19. 31 करोड़ रुपये नगद बरामद किये थे। इसके बाद ईडी ने सीए सुमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
जिसके बाद सुमन को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आग्रह किया गया। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में अपनी ओर से जानकारी दी कि मनरेगा घोटाले के दौरान जब पूजा सिंघल कई जिलों में डीसी थी, तब उनके और उनके पति के खाते में वेतन से अधिक 1.43 करोड़ थे। वहीं, पूजा सिंघल ने 3.96 लाख सुमन सिंह के अकाउंट में 2015 में ट्रांसफर किये थे।