स्वीडन के उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने नाटो सदस्यता के लिए स्वीडन के प्रस्ताव को ग्रैंड नेशनल असेंबली में आगे बढ़ाने और उसका समर्थन करने पर सहमति जताई है। नाटो के महासचिव स्टोलटेनबर्ग ने जानकारी देते हुए इसे ऐतिहासिक कदम बताया। स्टोलटेनबर्ग ने ट्वीट किया कि यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एर्दोआन और स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन के साथ मेरी मेजबानी में हुई बैठक के बाद तुर्किश राष्ट्रपति स्वीडन को नाटो में शामिल करने पर राजी हो गए हैं। यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो सभी नाटो सहयोगियों को मजबूत और सुरक्षित बनाता है। हालांकि, स्वीडन के प्रस्ताव को अभी तुर्किये की संसद द्वारा अनुमोदित किया जाना जरूरी है। वहीं, नाटो सदस्य हंगरी ने भी अभी तक स्वीडन के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है।