बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से यात्रियों को सोमवार (28 मई) के दिन हवाई यात्री करना महंगा पड़ा। उन्हें अपने फ्लाइट को पकड़े को लेकर एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए जोर आजमाश करनी पड़ी। जिसके तहत काफी मशक्कत करने के बाद यात्री भागते-भागते एयरपोर्ट पहुंचे। इनमें यह भी डर था कहीं फ्लाइट छूट ना जाये। यह पूरा मामला राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से जुड़ा हुआ है।
दरअसल, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के पास स्थित सरना स्थल को एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा हटाने के विरोध में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण आज सड़क पर उतर आये। उन्होंने कहा कि जानबूझ कर एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हमारे आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। जो न्याय उचित नहीं है। हमारी मांगों को गंभीरता से ले। सरना स्थल को हटाने के विरोध में रांची एयरपोर्ट रोड़ जाम किया गया है। वहीं, आक्रोशित लोग नया सरना स्थल बनाने की मांग कर रहे थे। एयरपोर्ट रोड़ में स्टेट हैंगर से सटे हुये खोखमा टोली सरना समाज के चबूतरा को तोड़े जाने के विरोध में स्थानीय आदिवासी समाज के लोगों ने सड़क जाम किया। इस दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी और प्रशासन ने विरोध कर रहे लोगों को काफी समझाया। इसके बावजूद वे सड़क से हटने को तैयार नहीं हुये।
जिसके बाद एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वरी नाथ आलोक ने इन लोगों को आश्वासन दी। वहीं, एडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम बंद कर वहां से हट गये। इस दौरान एडीएम ने कहा कि ग्रामीणों के प्रतिनिधियों को छह जून को रांची एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ बैठक कराया जायेगा। जिसमें ग्रामीणों के नये सरना स्थल बनाने की मांग पर फैसला होगा।
दरअसल यह पूरा विवाद स्टेट हैंगर के पास से प्रशासन द्वारा सरना स्थल को हटाने को लेकर है। जिसके वजह से ग्रामीण आक्रोशित थे। और इन लोगों ने इसका विरोध एयरपोर्ट जाने वाले सड़क पर बैठक कर किया। इसके वजह से सड़को पर गाड़ियों का रेला लगा गया। वहीं, यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए अपनी कार छोड़ पद यात्रा करनी पड़ी। ग्रामीणों ने एडीएम के आश्वासन के बाद सड़को से हटे। जिसके बाद इस सड़क पर आवागमन पहले की तरह बहाल किया गया।