संकटमोचन हनुमान मंदिर मेनरोड की व्यवस्था को लेकर सोमवार को प्रेसवार्ता करने से पहले नवनियुक्त अध्यक्ष विजय बर्मन समेत अन्य पदाधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान दोनों पक्षों में बकझक की नौबत आ गई।दरअसल मंदिर के पुजारियों समेत अन्य युवकों ने विजय बर्मन को मंदिर में प्रेस वार्ता करने से साफ तौर पर मना कर दिया। जिसके बाद लाख समझाने के बाद भी विरोध करने वाले नहीं माने।
मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया तो अंत में नवनियुक्त अध्यक्ष विजय बर्मन ने मुख्य गेट पर खड़ा होकर पत्रकारों के साथ अपने बातों को साझा किया। उन्होंने कहा कि कुछ गलत नहीं हो रहा है तो मंदिर के पुजारियों और साधुओं को कमेटी से डर क्यों लग रहा है। बिलकुल डरने की जरूरत नहीं है। हम व्यवस्था सुदृढ़ करने आये हैं। उन्होंने कहा व्यवस्था हो दुरुस्त करने को लेकर आय-व्यय की सरकारी आडिट करायी जाएगी। कमेटी पहले यह जानना चाहती है कि मंदिर के बाहर लगने वाले दुकान, होर्डिंग, चंदा के पैसे कहां जाता है। कमेटी की पहली प्राथमिकता मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि मंदिर के सेवक, पुजारियों के भोजन, स्वास्थ्य आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि मंदिर में 30-35 कमरे हैं। इसका व्यवसायिक उपयोग होता है अथवा सेवाकार्य की जांच की जाएगी। मंदिर के पुजारियों, साधु-संतों व सेवकों को छोड़कर मंदिर में रहने वाले अन्य युवकों का पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाएगा।
वही मंदिर के पुजारी व महंथ ने कहा कि वे किसी कमेटी काे नहीं मानते हैं।अभी अस्वस्थ्य है, इसलिए किसी से नहीं मिल सकते। मंदिर के महंथ व सचिव बनाये गए सूर्यनारायण दास त्यागी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा गया कि जब झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक बोर्ड कमेटी गठित कर रहा था उस समय क्यों नहीं बात किया गया। मंदिर का निबंधन पूर्व में ही बिहार राज्य हिंदू धार्मिक बोर्ड से है। हम बोर्ड के साथ ही हैं। पिछली बार जब नवनियुक्त पदाधिकारी मंदिर आये थे तो मैंने स्पष्ट रूप से कह दिया था कि इस मामले में झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक बोर्ड के अध्यक्ष से बात करेंगे। अध्यक्ष से टेलिफोनिक बात हुई है वो अभी बाहर हैं। उनके रांची पहुंचने पर विस्तर से बात होगी।