चतरा लोकसभा सीट पर राजद पहले से ही दावा कर रही थी, कि इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतरेंगे। जिसको लेकर झारखंड सरकार में राजद कोटे के कैबिनेट मंत्री सत्यानंद भोक्ता के नाम की चर्चा जोरों पर थी। औपचारिक तौर पर नहीं, लेकिन इस बाबत मंत्री और कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरु कर दी थी। इस दौरान कांग्रेस ने चतरा के लिए केएन त्रिपाठी के नाम का ऐलान कर दिया। हालांकि झारखंड में इंडिया महागठबंधन में रहते हुए सीट शेयरिंग का जो फार्मूला तय हुआ, उसके मुताबिक आरजेडी के हिस्से एक ही सीट था। लेकिन राजद दो सीट पर झारखंड से दावा कर रही है। जिसमें पलामू और चतरा शामिल है। पलामू से आरजेडी ने पहले ही ममता भुईयां को प्रत्याशी बना दिया है। वहीं, राजनीतिक गलियारों में चतरा से गिरिनाथ सिंह को उतारने की चर्चा है। सूत्रों की माने तो, गिरिनाथ सिंह पंजा (कांंग्रेस) या लालटेन (राजद) से चुनाव लड़ सकते है।
झारखंड में कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के बाद एनडीए के साथ इंडिया गठबंधन ने भी अपने प्रत्याशियों को बदल दिया है। दरअसल कांग्रेस ने झारखंड लोकसभा चुनाव को लेकर रविवार को लिस्ट जारी की थी। जिसमें गोड्डा लोकसभा सीट की प्रत्याशी दीपिका पांडेय का टिकट कटा दिया गया। अब दीपिका पांडेय की जगह प्रदीप यादव यहां से चुनाव लड़ेगे। वहीं, इंडिया गठबंधन के उलगुलान रैली में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़े गये। इस दौरान कुछ लोग घायल भी हुए थे। यह मामला चतरा से गठबंधन के (कांग्रेस) उम्मीदवार केएन त्रिपाठी के गुट से मारपीट से जुड़ा हुआ था। जिसमें केएन त्रिपाठी के भाई नंद गोपाल त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल हुआ था।
इस मारपीट की घटना के बाद दोनों पक्षों ने धुर्वा थाना में एफआईआर भी दर्ज कराया है। यह पूरी घटना उस वक्त हुई, जब मंच से गठबंधन के नेता उलगुलान रैली के माध्यम से अपनी बातों को रखा रहे थे। सूत्रों के अनुसार चतरा लोकसभा सीट के मद्देनजर भारी विरोध होने और रैली में मारपीट को गंभीरता से लिया गया है। जिसके बाद कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी का रिपोर्ट मांगा है। यदि मांगे गये रिपोर्ट सही नहीं मिले, तो एक से दो दिन के अंदर चतरा लोकसभा सीट के प्रत्याशी को बदला जा सकता है। जिसके बाद अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ऐसे नाम की घोषणा कर सकती है, जिस पर कांग्रेस और राजद दोनों के कार्यकर्ता सहमत हो।