बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ आंदोलन को लेकर घोषणा कर दी गयी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री सह बीजेपी विधायक चंपाई सोरेन ने अपने सोशल हैंडल एक्स पर बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ अब खुलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने का जिक्र किया हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि जैसा कि हमने पहले भी कहा था, झारखंड में लगातार बढ़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ हमारा आंदोलन कोई राजनैतिक या चुनावी मुद्दा नहीं। बल्कि एक सामाजिक अभियान हैं।
हमारा स्पष्ट तौर पर मानना है कि वीरों की इस माटी पर घुसपैठियों को किसी भी प्रकार का संरक्षण नहीं मिलना चाहिए। पाकुड़, साहिबगंज समेत कई जिलों में आदिवासी समाज आज अल्पसंख्यक हो चुका हैं। अगर हम लोग वहां के भूमिपुत्रों की जमीनों और वहां रहने वाली बहू-बेटियों की अस्मत की रक्षा ना कर सके, तो…?
आगे उन्होंने लिखा है कि चुनावी गहमागहमी के बाद, वीर सिदो-कान्हू, चांद-भैरव एवं वीरांगना फूलो-झानो को नमन कर के बहुत जल्द हम लोग संथाल परगना की वीर भूमि पर अपने अभियान का अगला चरण शुरू करेंगे। सरकारें आएंगी-जाएंगी, पार्टियां बनेंगी-बिगड़ेंगी मगर हमारा समाज रहना चाहिए, हमारी आदिवासियत बची रहनी चाहिए, अन्यथा कुछ नहीं बचेगा। इस वीर भूमि से फिर एक बार “उलगुलान” होगा। जय आदिवासी.. जय झारखंड..