एनआरएचएम एएनएम- जीएनएम अनुबंध कर्मचारियों ने बुधवार को स्थाईकरण को लेकर रांची सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। वही, एनआरएचएम एएनएम- जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले स्थाईकरण की मांग के समर्थन में कर्मचारी एकजुट रहे। दरअसल यह धरना प्रदर्शन झारखंड के 24 जिलों में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष किया गया। इसकी क्रम में रांची सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर सिविल सर्जन को ज्ञापन देकर अपनी मांगों से अवगत भी कराया।
संघ की अध्यक्ष मीरा कुमारी और महासचिव वीणा कुमारी ने कहा कि एनआरएचएम एएनएम- जीएनएम अनुबंध कर्मचारी वर्षों से स्वास्थ्य कार्य में अहम योगदान कर रहे है। इसके बावजूद अनुबंध कर्मचारियों के मांगों को अनदेखी किया जा रहा है। सरकार स्थाईकरण की मांग को लेकर अभिलंब कोई फैसला लें। इस बाबत सीएम हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग सचिव को ज्ञापन देकर अवगत कराया है। एएनएम जीएनएम एवं अनुबंधकर्मी पिछले 17 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के भविष्य के साथ में खिलवाड़ हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग में एएनएम जीएनएम एवं पैरामेडिकल के पद रिक्त पड़े है। इसके बावजूद स्थाई नियुक्ति नहीं किया जा रहा है। इससे अनुबंध कर्मियों में निराशा है। स्थाईकरण नियुक्ति में टालमटोल के कारण एनएचएम अनुबंध कर्मियों का भविष्य अंधकार में है। उन्होंनें सरकार से आग्रह करते हुये कहा कि मागों पर साकरात्मक पहल करते हुये जल्द से जल्द फैसला करें। मौके पर एनएम जीएनएम रांची जिला अध्यक्ष कुमारी वंदना राय, सचिव रानी वाला , कोषाध्यक्ष प्रेम संगीता बाड़ा, मीनू हेंब्रम, कलावती तारेंन, अलका सुनीता, अनीता, बबीता, अनुपम, झारखंड चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ एवं झारखंड राज्य और अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ से अध्यक्ष गोपाल शरण सिंह, संरक्षक सुशीला तिग्गा, भूषण कुमार,सुदेश कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।