झारखंड पुलिस अब हर वक्त आपके साथ मौजूद रहेगी। राजधानी रांची में आपके एक स्कैन करने पर पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी। इस पूरे व्यवस्था को क्यूआर कोड से जोड़ा गया हैं। यह क्यूआर कोड ऑटो, बस, एटीएम, बैंकों के बाहर समेत शहर के विभन्न चौक चौराहों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में चिपकाया गया हैं।
जिसके बाद अब बस एक स्कैन करने पर पुलिस की मदद हाजिर हो जायेगी। इस अभियान को लेकर बुधवार को रांची डीआईजी अनूप बिरथरे, एससपी चन्दन कुमार सिन्हा, सिटी एसपी राजकुमार मेहता समेत अन्य पुलिस अधिकारी खुद सड़कों पर उतरें। और डायल 112 क्यूआर कोड को बस व ऑटो समेत अन्य जगहों पर चिपकाया। जिसका उद्देश्य पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत प्रदान करना हैं।
वहीं, बेहतर पुलिसिंग के लिए लगातार हाईटेक व्यवस्था को आम लोगों तक पहुंचाने की पहल की जा रहा हैं। इसी दिशा में क्यूआर कोड को जोड़ कर देखा जा रहा हैं। इस व्यवस्था से महिलाओं और लड़कियों को अधिक लाभ मिलेगा। अगर इनके साथ गलत हरकत होती हैं तो, बस, ऑटो, भीड़भाड़ वाले जगहों पर लगे डायल 112 के क्यूआर कोड को स्कैन कर पुलिस को इस बाबत सूचना दे सकती हैं।
दरअसल क्यूआर कोड स्कैन करते ही लोकेशन और फोन नंबर पुलिस को मिल जायेगी। इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति एटीएम या फिर बैंक से पैसा निकासी के लिए जाये, और वहां साइबर अपराध या लूट की घटना होती हैं, तो वह पुलिस स्टेशन जाने के बजय डायल 112 के क्यूआर कोड स्कैन कर तत्काल पुलिस की मदद ले सकेगा। क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद मौजूद पुलिसकर्मी आपसे खुद संपर्क करेंगे।
डीआईजी अनूप बिरथरे ने कहा …..
पुलिस टेक्निकल सेल ने डीजीपी अनुराग गुप्ता के प्रयास से डायल 112 के लिए क्यूआर कोड डेवलप किया है। इसका सीधा लाभ आम लोगों के साथ महिलाओं और लड़कियों को मिलेगा। इसमें करना कुछ नहीं हैं। बस क्यूआर कोड पर आप अपने मोबाइल से स्कैन करें। जिसके बाद आप तुरंत ही डायल 112 से कनेक्ट हो जायेगा। अधिकांश लोगों के पास स्मार्टफोन हैं। इस व्यवस्था के तहत जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं उनकी भी मदद कोई और अपने स्मार्टफोन से कर सकता हैं।