झारखंड एनआईए की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। कुख्यात अपराधी अमन साहू के काले पैसों को बिहार में खपाने वाला बिचौलिया सह जमीन कारोबरी शंकर यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। भागलपुर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से जमीन कारोबारी शंकर यादव की गिरफ्तारी हुई है। दरअसल गुरुवार की सुबह एनआईए की टीम भागलपुर में अगल-अलग जगहों पर दो-दो और मधेपुरा में एक ठिकानों पर छापेमारी की थी।इस दौरान ही एनआईए टीम के हत्थे शंकर यादव चढ़ा। जिसके बाद शंकर यादव से एनआईए की टीम ने घंटो पूछताछ की। जिसमें उसने जमीन और पैसों से जुड़े कई अहम जानकारी दी। इसके साथ ही दस्तावेजों की जांच करने के बाद देर रात एनआईए की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी झारखंड के लातेहार जिला के तेतरियाखाड़ कोयला खदान हमले को लेकर किया गया है। वही, छापेमारी के दौरान टीम ने शंकर यादव के घर से एक करोड़ 32 लाख , पांच मोबाइल, लाखों की जेवरात, हार्ड डिस्क, एक राइफल, मैगजीन, 7.65 एमएम का पिस्टल एक और जिंदा गोली बरामद किया।
इस अभियान में एनआईए के साथ आयकर विभाग के अधिकारी भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार झारखंड एनआईए अपने साथ जमीन कारोबारी शंकर यादव को रांची लाने की कवायत शुरु कर दी है। जल्द ही शंकर टीम के साथ रांची पहुंचेगा। प्रारंभिक इनपुट्स के आधार पर पूरी कार्रवाई को एग्जीक्यूट किया है। जिसके आधार पर बिहार के भागलपुर में छापेमारी कर जमीन कारोबारी शंकर यादव को गिरफ्तार किया गया । बता दें कि झारखंड के लातेहार जिला, बालूमाथ थाना में तेतरियाखड़ा कोयला खदान हमला मामले को दिसंबर 2020 में दर्ज किया गया था। जिसके बाद इस मामले को एनआईए ने मार्च 2021 में झारखंड पुलिस से अपने हाथों में ले लिया था। इसके बाद से ही एनआईए ने जांच कर परत दर परत खोलना शुरु कर दिया। इस मामले में अब तक तीन चार्ट शीट दायर हो चुकी है। जिसके आधार पर अबतक 24 आरोपी बनाए गए है। जिसमें कुख्यात अमन साहू, सुजीत सिन्हा, शंकर यादव समेत अन्य आपराधी को नामजद आरोपी बनाया गया है।