झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे की घोषणा के बाद आदर्श आचार संहिता समाप्त कर दिया गया हैं। इस बाबत भारत निर्वाचन आयोग ने अधिकारिक तौर पर सोमवार (25 नवंबर) को पत्र जारी कर दिया हैं। जिसमें आदर्श आचार संहिता समाप्त की बात कहीं गयी हैं। निर्वाचन आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव अलका तिवारी और झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों के रवि कुमार को इस बाबत पत्र लिखकर सूचित कर दिया हैं।
जिसमें जिक्र है कि चुनावी प्रक्रिया समाप्त हो चुकी हैं। और रिजल्ट भी आ चुके हैं। इस कारण आदर्श आचार संहिता को समाप्त कर दिया गया हैं। अब यह आदेश आने के बाद झारखंड में रूके हुये सरकारी कामकाज एक बार फिर से रफ्तार पकड़ेगी। चुनाव को लेकर रुकी हुई योजनाओं में अब तेजी देखने को मिलेगी।
दरअसल झारखंड के साथ-साथ महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुये थे। इस दौरान बिहार, उत्तर प्रदेश, असम, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, मेघालय, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में भी उपचुनाव हुये थे। वहीं, झारखंंड में विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों और महाराष्ट्र में एक चरण यानी 20 नवंबर को मतदान हुआ था। नियमनुसार चुनावी तिथि की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती हैं। इस दौरान किसी भी नयी योजना की घोषणा समेत अन्य चीजों पर प्रतिबंध लगा रहता हैं।
इन दोनों राज्यों के लिए विधानसभा की काउंटिंग 23 नवंबर को हुयी थी। जहां झारखंड में इंडिया गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन के विधायक दल के नेता सह कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में मुख्यामंत्री पद की शपथ लेगें।