भारतीय गांधीवादी अध्ययन सोसायटी ने वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया। जिसमें मौलाना मजहरुल हकब एवं फारसी विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ मुकेश कुमार और डॉ रणजीत कुमार शामिल हुये। पटना स्थित इस विश्वविद्यालय के दोनों सहायक प्रोफेसर पत्रकारिता और जनसंचार विभाग में कार्यरत हैं। मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (मानू) में त्रिदिवसीय सेमिनार जनसंचार और पत्रकारिता विभाग की ओर से 27 से 29 जनवरी तक की गयी हैं। जिसका विषय ‘महात्मा गांधी की पत्रकारिता और समकालीन युग में इसकी प्रासंगिकता’ रखा गया हैं।
सेमिनार में सहायक प्रोफेसर डॉ मुकेश ने “समकालीन परिद्श्य में महात्मा गांधी के नैतिक पत्रकारिता की प्रासंगिकता: ऐतिहासिक अध्ययन” विषय पर अपना शोध पत्र को पढ़ा। उन्होंने बताया कि समकालीन परिदृश्य में पत्रकार गांधी की प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है। इस दौरान डॉ मुकेश ने कार्यक्रम के सफल और सार्थक आयोजन पर आयोजक प्रोफेसर डॉ मो फरियाद के प्रति आभार जताया।
वहीं, सहायक प्रोफेसर डॉ रणजीत ने बताया कि इस तरह का आयोजन ज्ञान और संवाद के लिए अनिवार्य है। कोरोना काल ने इस निरंतरता को बाधित किया था। परंतु इस तरह के कार्यक्रमों में संवाद एक सार्थकता प्रदान करता है। उन्होंने “स्वतंत्रता पूर्व पत्र-पत्रिकाओं के सरोकार और गांधी की पत्रकारिता : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन” विषय पर शोधपत्र का वाचन भी किया।