आदिवासी लोहरा समाजिक संगठन लोहरा जााति के लोगों को एकजुट करने के लिए लोहरा अस्तित्व बचाओ रैली आयोजित करेगा। यह रैली 11 जनवरी को बिरसा चौक के पुराने विधानसभा मैदान किया जा रहा है। इसमें पूरे प्रदेश भर के लोहरा समाज से जुड़े लोग अपने हक और अधिकार के लिए सैकड़ो की संख्या में पहुंचेगे। इसका नेतृत्व आदिवासी लोहरा समाज के अध्यक्ष ठुमा तिर्की करेगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि लोहरा अपनी पहचान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसकी संघर्ष को अपने मुकाम तक पहुंचाने के लिए लोहरा अस्तित्व बचाओ रैली गुरुवार को रांची के पुराने विधानसभा मैदान बिरसा चौक में किया जा रहा है। इसको लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है। उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी और प्रखंड पदाधिकारी के सहयोग से महारैली को सफलतापूर्वक आयोजन करने का निर्णय लिया गया था। जिसमें राज्य के सभी जिलों से लोहरा भाई व बहने लाखों के संख्या में भाग लेंगे।
संगठन के उपाध्यक्ष दिलेश्वर लोहरा ने कहा कि लोहरा समाज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। लोहरा समाज की संख्या होने के बावजूद हम अबतक अस्तित्व को तलाशने की कोशिश कर रहे है। लिपिकीय त्रुटि के कारण लोहरा आदिवासी को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं करना लोहरा आदिवासी समाज के साथ समाजिक अन्याय है। हमारे पूर्वजों की पहचान आदिवासी के रूप में है।हमें लोहरा आदिवासी के रूप में संवैधानिक और समाज में मान्यता मिला है। उन्होंने मुख्यमंत्री और विधायकों से आग्रह करते हुए कहा कि राज्य में 32 जनजाति में लोहरा भी शामिल है। हमारे समाज को जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने में दिक्कत हो रही है। इसका स्थाई समाधान निकलना चाहिए। जिससे समाज के बच्चों को इसका सीधा लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिया है आमंत्रित
दिलेश्वर लोहरा ने कहा कि महारैली में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विशिष्ट अतिथि के रुप में मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री हजीबूल हसन, राज्य सभा सांसद महुआ मांझी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, विधायक राजेश कच्छप, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, विधायक विकास मुंडा, विधायक चमरा लिंडा, विधायक विकसल कोनगाड़ी और विधायक झीग्गा सुसारन मुंडा को आमंत्रित किया गया है।