मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर विधायक दल (कांग्रेस, जेएमएम, आजेडी ) की बैठक खत्म हो चुकी है। ये बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी पूछताछ करेगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली बैठक तकरीबन 2 घंटे से अधिक समय तक चली। जिसमें झारखंड की पॉलीटिकल क्राइसिस पर चर्चा की गई। विधायक दल की बैठक में गठबंधन सरकार में शामिल घटक दलों के विधायक और मत्रियों शामिल हुए। जेएमएम की बात करे तो, इनके चार विधायक बैठक में नहीं पहुंचे थे। जिसमे जेएमएम की विधायक सीता सोरेन, रामदास सोरेन और विधायक चमरा लिंडा ने नहीं आने की वजह मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी थी। वही, विधायक लोबिन हेंब्रम भी गैर मौजूद रहे। दरअसल वे सरकार से कई दिनों से नराज चल रहे है। यानी कुल चार जेएमएम के विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। जिसके बाद बैठक में कुल मिलाकर 43 विधायक मौजूद रहे।
सूत्र के अनुसार इस दौरान सभी विधायकों से (43 विधायक) से समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कराए हैं। मुख्यमंत्री के गिरफ़्तारी की सूरत में प्लान बी पर चर्चा हुई। जिसके तहत अगर जरुरत पड़ी तो, इस समर्थन पत्र का इस्तेमाल किया जाएगा। बैठक से निकलने के बाद गठबंधन के सभी विधायक और मत्रियों ने मुख्यमंत्री के साथ खड़ा रहने की बात कही है। वही, बैठक में लिए गए निर्णय पर कोई स्पष्ट रूप से बोलने को तैयार नहीं है। बैठक खत्म होने के बाद विधायको और मत्रियों ने कहा हम मुख्यमंत्री के साथ हैं। वही, मंत्री और विधायकों का गाड़ियों में बैठ दोनों हाथों से विक्ट्री साइन दिखाते हुए मुस्कुरा कर सीएम आवास से निकलना जारी रहा।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कल्पना सोरेन पर कोई बात नहीं हुई
कांग्रेस कोटे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार नहीं गिरेगी। कल्पना सोरेन के सवाल को टाल गए। पत्रकारों के फिर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनपर (कल्पना सोरेन) कोई बात नहीं हुई। इस तरह की पॉलीटिकल क्राइसिस जब होगी, तब उस समय जिसे बनाना होगा उसे बना दिया जाएगा। कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि सरकार स्थिर है। प्लान बी पर कोई चर्चा नहीं हुई है। कल्पना सोरेन के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि उनको लेकर कोई चर्चा नहीं की गयी। बैठक में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई है।