खादगढ़ा बस स्टैंड आगजनी मामले की गुत्थी को रांची पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा है। आगजनी को अंजाम देने को लेकर उस बच्चे ने स्वीकार कर पूरा कारण स्पष्ट कर दिया है। आगजनी की घटना को अंजाम देने के बाद वह पुलिस और स्थानीय लोगों की भीड़ में खड़ा होकर हर गतिविधि पर नजर रखे हुए था। उसने स्वीकार किया कि बदले की भावना में आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने नाबालिग को पकड़ा है। नाबालिग ने स्प्रिट के स्प्रे और लाइटर की मदद से खड़ी बसों में आग लगाई थी। ओपी प्रभारी आकाश भारद्वाज ने शुक्रवार को बताया कि नाबालिग लड़के को मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पकड़ा है। उससे पूछताछ की जा रही है। आग लगाने की इस घटना में कई लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। नाबालिग के पास से पुलिस ने एक स्प्रे और लाइटर भी बरामद हुआ है। पुलिस की पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि उसने बस की टंकी के पास पहले स्प्रे मारा और फिर लाइटर से उसमें आग लगा दी। इस वजह से आग तेजी से फैलती चली गई। नाबालिग रांची के नामकुम इलाके के भुइया टोली का रहने वाला है। वह पिछले कुछ दिनों से खादगढ़ा बस स्टैंड में ही खलासी के रूप में काम कर रहा था। इसी दौरान उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसी से नाराज होकर उसने बसों में आग लगा दी।
वहीं, बस स्टैंड आगजनी मामले में पुलिस एफएसएल टीम की मदद ली है। शुक्रवार को एफएसएल की टीम बस स्टैंड में जांच करने पहुंची। पुलिस इस घटना से जुड़ी मामले में एक-एक साक्ष्य को जुटा रही है। बकरीद के दिन जहां ज्यादातर लोग घर में छुट्टी का आनंद उठा रहे थे। अचानक दोपहर के समय खादगढ़ा बस स्टैंड पर खड़े बसों की आग की सूचना से लोगों के बीच दहशत था। इस घटना की वजह से लाखों का नुकसान बस माल्लिक को उठाना पड़ा। इस आगजनी के बाद स्थानीय एजेंटों में हड़कंप मच गया था। सूचना मिलने पर पहुंची अग्निशमन की टीम ने भारी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया था। इस मामले में लोअर बाजार थाना में प्राथमिकी भी दर्ज हुई है। बताया जाता है कि मां भवानी, निशांत बस समेत अन्य गाड़ी में आग लगी थी। ये सभी बस धनबाद, बोकारो और बिहार रूट से परिचालित होती है।