श्री राधाकृष्ण मंदिर कृष्णा नगर कॉलोनी में रविवार को नवरात्र महोत्सव की शुरुआत कलश यात्रा निकाल कर की गयी। महोत्सव को लेकर कलश यात्रा शिव दुर्गा मन्दिर (मेट्रो गली के सामने) से प्रारंभ हुआ। इस दौरान मां की जीवित झांकी निकाली गयी। जिसको देख भक्तगण मां के जायकारे करते हुए आगे बढ़ते रहे। इस यात्रा में 108 महिलाएं कलश लेकर शामिल हुई।
वही, भक्तों के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। श्री दुर्गा जागरण मंडली के केसर पपनेजा, मनोज किंगर, पवन, मनुज, चंदन और ज्योति अरोड़ा समेत अन्य कलाकारों ने भजन कीर्तन गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। यात्रा जैसे जैसे आगे बढ़ती रही, भक्तों की टोली की संख्या यानी कलश यात्रा का आकार भी बढ़ता रहा। इस पूरे नजारे को देख कृष्णा नगर कॉलोनी और आसपास के लोग झूम उठे।
वहीं, भजन कीर्तन करते हुए कलश यात्रा सबसे पहले हरी ओम मंदिर होते हुए शनि मंदिर होकर गुजरी। यहां पर संयुक्त रूप से पुजारियों ने कलश यात्रा का स्वागत किया। जिसके पश्चात यह यात्रा भक्ति चौक पहुंचा।
जहां प्रसाद वितरण की गयी। इसके बाद यात्रा कुछ दूर जैसे ही आगे बढ़ा ही था कि बहावलपुरी पंजाबी समाज ने भी पुष्प वर्षा और जल सेवा कर कलश यात्रा की अगुवाई की। फिर मेट्रो गली में शिव बारात आयोजन समिति ने कलश यात्रा का स्वागत किया। वही, यात्रा के राधा कृष्ण मंदिर पहुंचने से पहले ही झंडा चौक पर भव्य स्वागत कर सत्कार पूरा किया गया।
सामूहिक सुन्दर काण्ड पाठ होगे सोमवार को
श्री राधा कृष्ण मंदिर कमेटी के मीडिया प्रभारी अरुण जसूजा ने बताया कि 8 अप्रैल (सोमवार) को शाम 4 बजे से सुन्दर काण्ड का सामूहिक पाठ मन्दिर प्रांगण में होगा। नवरात्र को लेकर श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक प्रातः 7:00 बजे से 10:00 बजे तक आयोजित किया जा रहा है। महाअष्टमी के दिनांक 16 अप्रैल को रात्रि 9 बजे से 1008 ज्योत प्रज्वलित की जायेगी। साथ ही भजन सह कीर्तन का कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 17 अप्रैल (रविवार) को रामनवमी पर सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक राधा कृष्ण मंदिर में भजन कीर्तन के साथ विशाल भंडारा आयोजित होगे। वही, दशमी के दिन सुबह 10:00 बजे से हवन और ज्योत विसर्जन का कार्यक्रम किया जाएगा।
कलश यात्रा में इनकी रही महत्वपूर्ण भागीदारी
कलश यात्रा को सफल बनाने के लिए राधा कृष्ण मंदिर के प्रधान मनोहर लाल जसुजा, मुखी राधेश्याम किंगर, चन्द्रभान तलेजा, केसर पपनेजा, नन्द किशोर अरोड़ा हरीश अरोड़ा गोपाल दास सरदाना, नन्द किशोर अरोड़ा, निखिल घेई, हरीश मनुजा, किशोरी पपनेजा, किशोरी मुंजाल, अरुण जसुजा,रौनक मिढ़ा, सुनील कटारिया, विनीत अरोड़ा गौरी शंकर मादनपोत्रा, विकास घई, रोहित तलेजा, गौरव किंगर, हरीश मनुजा, नरेश अरोड़ा विशाल अरोड़ा देवराज मनुजा, मुकेश सिडाना, नरेश खत्री विनीत अरोरा, भरत मुंजाल, पंकज मल्होत्रा, जिम्मी अरोड़ा, गगन अरोड़ा, जगदीश घेई, विशाल मल्होत्रा, शशि किंगर, पूनम तलेजा, किरण अरोड़ा, रीना सिडाना, संगीता मिड्ढा, रूबी अरोड़ा, रश्मि काठपाल, पलक मिढ़ा, पूजा जसूजा, कौशल्या देवी, किरण अरोड़ा, जानकी देवी जसूजा, कामना खत्री, चेतना सिडाना, पूजा जसूजा, बबीता पपनेजा, अनु आनंद समेत अन्य लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान किया।