झारखंड हाईकोर्ट में आय से अधिक संपत्ति मामले पर सोमवार को रघुवर सरकार के पांच पूर्व मंत्रियों के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय और जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ में सनुवाई हुई। इस दौरान खंडपीठ ने राज्य सरकार और एसीबी को आदेश दिया कि चार सप्ताह (28 दिनों) के अंदर शपथ पत्र दाखिल करें। इसके साथ ही खंडपीठ ने एसीबी से कहा कि जवाब में यह भी स्पष्ट करें कि अब तक क्या कार्रवाई हुई हैं। और इस कार्रवाई को किस आधार पर आगे बढ़ाया जा रहा हैं। अब एसीबी को इसपर अगली सुनवाई में जवाब दाखिल करनी हैं।
दरअसल इस मामले में रघुवर सरकार में रही पूर्व मंत्री डॉ नीरा यादव, लुईस मरांडी, अमर बाउरी, रणधीर सिंह और नीलकंठ सिंह मुंडा के नाम शामिल हैं। इनके खिलाफ याचिकाकर्ता पंकज यादव ने वर्ष 2020 में याचिका दायर किया था। जिसको लेकर आय से अधिक संपत्ति मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई हैं। वहीं, इस मामले में अगली सुनवाई चार सप्ताह (28 दिन) बाद किया जायेगा। जब हाईकोर्ट में जवाब दाखिल की जायेगी।
बता दें कि कैबिनेट बैठक में हेमंत सरकार ने पिछले साल 26 जुलाई 2023 में एसीबी को इन पांच पूर्व मंत्रियों के खिलाफ जांच करने का आदेश दिया था। जिसमें प्रारंभिक जांच में एसीबी ने सभी पूर्व पांच मंत्रियों की संपत्ति में अप्रत्याशित इजाफा का जिक्र भी किया हैं। इसी आधार पर एसीबी ने इनके खिलाफ पीई दर्ज की थी। जिसके जांच का जिम्मा डीएसपी स्तर के पांच अधियारियों को सौंपा गया हैं।
याचिकाकर्ता का आरोप, संपत्ति में 100 से 1100 प्रतिशत तक हुई बढ़ोतरी…..
जनहित याचिका के अनुसार याचिकाकर्ता पंकज यादव ने 2014 से 2019 के बीच इन पांच पूर्व मंत्रियों की संपत्ति में 100 से 1100 प्रतिशत की बढ़ोतरी की बात कहीं हैं। जिसको आधार बनाते हुये पंकज यादव ने संपत्ति में इजाफे पर सवाल उठाया हैं। याचिकाकर्ता ने पूर्व मंत्रियों पर आरोप हैं कि 2014 के चुनाव जब हो रहे थे, तब उस वक्त संपत्ति ब्यौरा में अमर बाउरी ने 7.33 लाख की घोषणा दाखिल की थी। लेकिन पांच साल के बाद यानी यह संपत्ति 2019 में 89.41 लाख दिखाई गयी। ठीक इसी प्रकार डॉ नीरा यादव ने 2014 में 80.59 लाख संपत्ति दिखाई, जो 2019 में बढ़कर 3.65 करोड़, नीलकंठ सिंह मुंडा ने 2014 में 1.46 करोड़ की संपत्ति दिखाई, जो 2019 में बढ़कर 4.35 करोड़, लुईस मरांडी ने 2014 में 2.25 करोड़ की दिखाई, जो 2019 में बढ़कर 9.06 करोड़, रणधीर सिंह ने 2014 में 88.92 लाख की संपत्ति दिखाई, जो 2019 में बढ़कर 5.06 करोड़ हो गयी हैं।