झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव होंगे। वर्तमान में एमएस रामचंद्र राव हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस हैं। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने जस्टिस राव को झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव किया। जिस पर राष्ट्रपति ने मुहर लगा दी है। वहीं, इस बाबत जस्टिस एमएस राव की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी गयी हैं।
केंद्र सरकार ने आठ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की हैं। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन नियुक्ति की जानकारी को साझा किया हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से 11 जुलाई को सिफारिश की गयी थी।
जाने कौन है झारखंड के नये चीफ जस्टिस..
झारखंड हाईकोर्ट के नये चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव का जन्म 7 अगस्त 1966 को हैदराबाद में हुआ हैं। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के भवंस न्यू साइंस कॉलेज से बीएससी (ऑनर्स) (गणित) की पढ़ाई की। इस दौरान बीएससी (ऑनर्स) गणित में एमएस रामचंद्र राव विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान पर रहे।
उन्होंने 1989 में उस्मानिया विश्वविद्यालय (हैदराबाद) के यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ से एलएलबी पास की। जिसके बाद एलएलबी के अंतिम वर्ष में सर्वोच्च अंक लाने पर उन्हें उस्मानिया विश्वविद्यालय की ओर से स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया। डिग्री लेने के बाद उन्होंने 7 सितंबर 1989 को वकील के तौर पर नामांकन किया।
जिसके बाद यूके के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से एमएस रामचंद्र राव ने 1991 में एलएलएम किया। उनके पिता न्यायमूर्ति एम जगन्नाथ राव भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (1997-2000) और भारत के विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष भी रहे थे।
आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में 29 जून 2012 को न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को पदोन्नत किया गया था। जिसके बाद 4 दिसंबर 2013 को एमएस रामचंद्र राव ने कार्यभार ग्रहण किया। न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में भी पद संभाल चुके हैं। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से पदोन्नति कर 30 मई, 2023 को उन्हें हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ दिलायी गयी थी। जिसके बाद अब उन्हें झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया गया हैं।