व्यापारियों के हित में उद्योग और व्यापार में आ रही परेशानियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की गयी। जिसमें व्यापार से जुड़े कई व्यवसाई शामिल हुए। इस दौरान व्यापारियों ने व्यापार में आने वाली समस्याओं को साझा कर मंथन किया। दरअसल झारखंड चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री की ओर से व्यापारियों के लिए एक अहम बैठक आयोजित की गयी। संस्था के महासचिव अनीश सिंह ने कहा कि व्यापारियों के हक व अधिकर की रक्षा के लिए कई व्यापारिक संगठन है। इसके बावजूद इसका लाभ मध्यम और आम व्यापारी तक नहीं पहुंच रहा है। जो लाभ होता है, वो संगठन से जुड़े कुछ लोगों के लिए व्यक्तिगत होकर सीमित हो जाता है। इससे अधिकांश व्यपारियों असहज महसूस कर रहे है। ऐसी स्थिती में नई संस्था की स्थापना को मजबूत बनाने की कवायत की जा रही है, जो व्यापारी के हित के साथ व्यापार के लिए काम करेगे। इस सभी समस्याओं को देखते हुए हमने झारखंड चैम्बर ऑफ़ ट्रेड एंड इंडस्ट्री की स्थापना की है। जो मध्यम और छोटे व्यपारियों की समस्याओं के निदान के लिए हमेशा खड़ा रहेगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है। आने वाले दिनों में खुद हमारे काम करने के तरिकों से अधिक से अधिक व्यपारी संगठन से जुड़ेगे। झारखंड चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री की प्राथमिकताएं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यापार और उद्योग लगाने के लिए सस्ते दरों में जमीन, बैंक से उद्यमी को सुगम सहयोग , ट्रेड लाइसेंस नवीकरण , व्यापारियों की सुरक्षा और नगर निगम में व्यापारियों को होने वाली समस्या प्रमुख रहेगा।
चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने किया विस्तार, कार्यकारिणी का हुआ गठन
झारखंड चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री की स्थापना और कार्यकारिणी का गठन किया गया है। जिसमें अध्यक्ष सुनील अग्रवाल चुने गए है। वही, महासचिव अनीश सिंह, उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह, कोषाध्यक्ष पारस जैन और सह सचिव की जिसम्मेवारी संतोष उरांव संभालेगे। इन सभी पदाधिकारियों को मनोनीत के आधार पर चयन किया गया है। इसके साथ ही बैठक में आम राय के माध्यम से निर्णय लिया गया कि संगठन विस्तार के लिए सदस्यता फिलहाल निःशुल्क रहेगा। जिसके द्वारा पूरे राज्य के व्यापारियों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। वही, सदस्यों ने व्यपारियों की समस्या को त्वरित आधार के साथ गंभीरता पूर्वक शासन व प्रशासन के समक्ष उठाने का फैसला किया।