झारखंड विधानसभा के सदस्य सह बीजेपी विधायक जेपी पटेल और जेएमएम से विधायक लोबिन हेम्ब्रम की सदस्यता पर अंतिम फैसला ले लिया गया हैं। दल बदल के तहत जेपी पटेल और लोबिन हेम्ब्रम की सदस्यता खत्म कर दी गयी है। दरअसल स्पीकर कोर्ट ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया हैं। जो 26 जुलाई से प्रभावी हो जायेगा। संविधान की दसवीं अनुसूची के मद्देनजर दोनों विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी गयी हैं। दरअसल इन दोनों विधायकों के मामले पर सुनवाई स्पीकर कोर्ट में बुधवार (24 जुलाई) को ही किया गया था।
इस दौरान फैसला सुरक्षित रख लिया गया। वहीं, इस मामले पर अपराह्न 4 बजे फैसला सुनाने का समय निर्धारित की गयी थी। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने फैसला सुनाते हुये कहा कि दोनों विधायकों का 26 जुलाई 2024 से सदस्यता समाप्त किया जाता हैं। इस फैसले के बाद अब दोनों विधायक मानसून सत्र यानी सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सकेंगे। बता दें कि इसी साल झारखंड विधानसभा चुनाव भी होने हैं।
बीजेपी का पक्ष अधिवक्ता विनोद कुमार साहू ने रखा…..
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष न्यायाधिकरण में बीजेपी की ओर से अधिवक्ता विनोद कुमार साहू ने पैरवी की थी। उन्होंने बीजेपी विधायक जेपी भाई पटेल की सदस्य खत्म करने के विधानसभा अध्यक्ष के फैसले का स्वागत किया। उन्होंनें पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुये कहा कि जिस दिन शिकायत की गयी, उसी दिन से सदस्यता समाप्त पर फैसला होता तो बेहतर रहता।आरोपी विधायक को दी जाने वाली सुविधा को वापस लेने का प्रावधान हैं। विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले पर भी हम संतुष्ट हैं। संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत सदस्यता को खत्म किया गया हैं। इससे जुड़े सुप्रीम कोर्ट के कई निर्णय भी समय-समय पर आ चुके हैं। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी की शिकायत पर बीजेपी की ओर से अधिवक्ता विनोद कुमार साहू ने पक्ष रख था।
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन की शिकायत पर लोबिन हेंब्रम के खिलाफ अधिवक्ता अंकितेश कुमार झा ने अपना पक्ष रखा। जिसमें दसवीं अनुसूची के तहत दल बदल के आरोप में लोबिन हेंब्रम के गतिविधियों को सही पाया गया। जिसके आधार पर जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया हैं।
क्या है मामला
लोकसभा चुनाव (2024) में बीजेपी विधायक जेपी पटेल को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। जिसके बाद जेपी पटेल ने कांग्रेस का दामन थामा। और वे हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे। इन सब के बावजूद चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं जेएमएम के विधायक लोबिन हेंब्रम ने भी पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर राजमहल सीट से चुनाव लड़े थे। वे लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े हुये थे। जिसमें उनके पक्ष में परिणाम नहीं आया। और राजमहल से उन्हें शिकस्त मिली।