भारत और बांग्लादेश के बीच शनिवार को खेला गया रोमांचक तीसरा महिला वनडे मुकाबला टाई रहा। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 225 रन बनाए। भारतीय टीम 41 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 191 रन बना चुकी थी, लेकिन निचले क्रम की निराशाजनक बल्लेबाजी के कारण पूरी टीम 49.3 ओवर में 225 रन पर ऑलआउट हो गई। तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर रही। बांग्लादेश ने पहला मैच जीता था। उसके बाद दूसरे वनडे में भारतीय टीम ने वापसी की और तीसरा मुकाबला बराबरी पर छूटा। दोनों टीमें ट्रॉफी साझा करेंगी। इससे पहले तीन मैचों की टी-20 सीरीज भारत ने 2-1 से जीती थी। अंतिम ओवर में तीन रन चाहिए थे और एक विकेट शेष था। दूसरी गेंद पर भारत ने स्कोर बराबर कर लिया था। अंतिम चार गेंदों पर एक रन चाहिए था कि मारूफा अख्तर ने मेघना को छह रन के स्कोर पर विकेट के पीछे कैच करा दिया। हालांकि कैच संदिग्ध रही और निर्णय से बल्लेबाज नाखुश भी थी। बाद में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने भी निर्णय को लेकर नाखुशी जताई। इससे पहले शैफाली वर्मा (04) और यास्तिका भाटिया (05) के आउट होने के बाद हरलीन देओल (77) और स्मृति मंधाना (59) ने अर्द्धशतक जड़े। छह भारतीय बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सकीं।