मैं हेमंत सोरेन सत्य निष्ठा से प्रतिज्ञान करता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा..और इसी के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सत्ता का बागडोर संभाल लिया। मोरहाबादी मैदान में गुरुवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरने को पद व गोपनीयता की शपथ दिलायी। यह समारोह कई मायनों में अहम रहा।
झारखंड गठन के बाद चौथी बार शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री के तौर पर हेमंत सोरेन का नाम शामिल हो गया हैं। साथ ही राज्य गठन के 24 सालों में ऐसा पहली बार है जब इंडिया गठबंधन लगातार दूसरी बार झारखंड में सरकार बनाने जा रही हैं। वहीं, झारखंड की राजनीतिक इतिहास में पहली बार विधानसभा चुनाव में किसी राजनीतिक गठबंधन को 56 सीटों का बंपर जनादेश मिला हैं।
समारोह से पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन संग गुरुजी शिबू सोरेन के आवास पहुंचे। जहां पर अपने पिता शिबू सोरेन और मां रुपी सोरेन का आशीर्वाद लिया। जिसके बाद वह अपने माता-पिता के साथ मोराबादी मैदान स्थित समारोह स्थल पर उन्हें लेकर पहुंचे। इस दौरान धिरे-धिरे राष्ट्रीय और क्षेत्रिय दल के नेताओं का मंच पर पहुंचना शुरु होने लगा था। जहां खुद मुख्यमंत्री की पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन अतिथियों को समारोह स्थल से रिसिव कर मंच तक पहुंचा रही थी। शपथ लेने के बाद पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सिधु कान्हू पार्क पहुंचे। जहां सिधु कान्हू के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। जिसके बाद उनका काफिला बिरसा चौक पहुंचा। इस दौरान उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर याद किया।
यहां से मुख्यमंत्री का काफिला प्रोजेक्ट भवन के लिए रवाना हुआ। जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई मुख्य सचिव अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार और प्रधान सचिव वंदना दादेल समेत अन्य अधियारियों ने पुष्पगुच्छ देकर किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय में पदभार ग्रहण करने चले गये।
समारोह के साक्षी बने ये दिग्गज..
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सह दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष सह यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, सीपीआई एमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार,
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, बिहार के सांसद पप्पू यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, जेएमएम कोटे से राज्यसभा सांसद महुआ माजी समेत अन्य उपस्थित थे।
पहली बार 2013 में मुख्यमंत्री बने थे हेमंत सोरेन..
पहली बार 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। इस पद पर वे 28 दिसंबर 2014 तक रहे। जिसके बाद उनकी सरकार सत्ता से बेदखल हुई थी। वह दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री बने। इस दौरान उनकी सरकार दो फरवरी 2024 तक रही थी। दरअसल ईडी ने जमीन घोटाला मामले को लेकर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, कोर्ट से बेल मिलने के बाद तीसरी बार हेमंत सोरेन चार जुलाई 2024 को मुख्यमंत्री बने। जिसके बाद विधानसभा चुनाव हुआ। इस दौरान इंडिया गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला। जहां चौथी बार हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के तौर पर आज (28 नवंबर) को मोराबादी मैदान में शपथ ली हैं।