गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा ने रविवार को प्रकाश पर्व को लेकर आम सभा की। इस दौरान सत्संग सभा से जुड़े सदस्य और श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव की 555वें प्रकाश पर्व को भव्य और व्यवस्थित रुप से आयोजित करने के मद्देनजर मंथन किया। आम सभा की अध्यक्षता सत्संग सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल ने की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने प्रकाश पर्व को लेकर अपने विचारों को रखा, जिसपर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई।
बैठक का संचालन सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने किया। उन्होंने कहा कि रातू रोड़ के कृष्णानगर कालोनी स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा हर बार की तरह इस बार भी सिख पंथ के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव महाराज का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनायेगा। कृष्णानगर कालोनी के गुरुद्वारा मैदान में ही 13 नवंबर को दीवान सजाया जायेगा। सुबह 9.30 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब को पहले पालकी में विराजमान कर गुरुद्वारा साहिब से शबद कीर्तन करते हुये गुरुद्वारा मैदान में बने भव्य पंडाल में विराजमान कराया जायेगा।
जिसके पश्चात सुबह दस बजे से भव्य दीवान सजेगी, जो दोपहर 2:30 बजे तक चलेगा। इस दौरान सिख पंथ के महान कीर्तनी जत्था भाई जगतार सिंह जम्मू वाले विशेष रूप से शिरकत करने पहुंचेगे। जहां वे साध संगत को गुरवाणी कीर्तन से निहाल करेंगे। दोपहर एक बजे से गुरु का अटूट लंगर चलाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि विशेष दीवान की समाप्ति के तुरंत बाद दोपहर 2:30 बजे पुष्प से सुसज्जित सवारी पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को विराजमान कर गुरुद्वारा मैदान से पांच निशानची और पांच प्यारों की अगुआई में भव्य नगर कीर्तन निकाली जायेगी। यह रातु रोड़, प्यादा टोली, गांधी चौक, शहीद चौक, अल्बर्ट एक्का चौक, डेली मार्केट, चर्च कॉम्प्लेक्स, लाला लाजपत राय चौक से होते हुये पीपी कंपाउंड के गुरुनानक स्कूल परिसर पहुंचेगा। जिसके बाद इसकी रात नौ बजे विसर्जित होने की घोषणा कर दी जायेगी।
सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने कहा कि 14 नवंबर को सुबह का दीवान सुबह 8 बजे से 10.30 बजे और रात का दीवान 8 बजे से 11.30 बजे तक सजाया जायेगा। प्रकाश पर्व के दिन यानी 15 नवंबर को रात 9 बजे से मध्यरात्रि दो बजे तक रैन सवाई दीवान सजेगा। जिसमें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में रखे जा रहे श्री अखंड पाठ साहिब का भोग रात 12.30 बजे लगेगा।
उन्होंने कहा कि प्रभातफेरीयों की शुरुआत एक नवंबर से होगी। इसे रोजाना सुबह 5.30 बजे से 8.30 बजे तक निकाला जायेगा। जिसका समापन 10 नवंबर को हो जायेगा। श्री अखंड पाठ 18 अक्टूबर से शुरू होगा। जिसका सामूहिक समापन 11 नवंबर को की जायेगी। वही, संगत द्वारा पढ़े जा रहे सहज पाठों की सामूहिक समाप्ति 15 नवंबर को सुबह के दीवान के दौरान 9.30 बजे तक कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि कहा कि प्रकाश पर्व से दो दिन पूर्व नगर कीर्तन निकालने की परंपरा 57 सालों से चली आ रही है। प्रत्येक साल कृष्णा नगर कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा द्वारा शबद कीर्तन के बीच नगर कीर्तन निकाली जाती हैं। इस साल भी इसे निकाला जायेगा। जिसमें पुष्प सुसज्जित सवारी पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को विराजमान कर नगर भ्रमण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रकाश पर्व के मद्देनजर गुरुद्वारा मैदान में गुरुनानक सेवक जत्था और ब्लड बैंक के सहयोग से रक्तदान शिविर भी लगाये जाने पर विचार किया गया हैं। जिसको सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक लगाया जायेगा। इसके साथ ही गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा के सचिव अर्जुन देव मिढ़ा ने सिख धर्मावलंबियों से प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में सजाये जाने वाले सभी दीवानों में हाजिरी भर गुरु घर की खुशियां प्राप्त करने का आग्रह किया हैं।
इनकी रही भागीदारिता
आम सभा में सुंदर दास मिढ़ा, सुरेश मिढ़ा, अशोक गेरा, हरगोविंद सिंह, अमरजीत गिरधर, नरेश पपनेजा, मोहन काठपाल, लक्ष्मण दास मिढ़ा, महेंद्र अरोड़ा, भगत सिंह मिढ़ा, मनोहर लाल मुंजाल, लक्ष्मण सरदाना, हरीश मिढ़ा, बिनोद सुखीजा, इंदर मिढ़ा, रमेश पपनेजा, कवलजीत मिढ़ा, जीतू अरोड़ा, बसंत काठपाल, आशु मिढ़ा, नवीन मिढ़ा, जीतू काठपाल, हरजीत बेदी, रमेश गिरधर, जितेंद्र मुंजाल, जगदीश अरोड़ा, ललित गखड़, कुलदीप सिंह चूचरा, भूपिंदर सिंह, गुलशन मिढ़ा, राजू काठपाल, जसवंत सिंह, मनीष गिरधर, ज्ञान मादन पोतरा, मोहित मुंजाल, अशोक मुंजाल, अजय अरोड़ा, गुलशन मुंजाल, रिक्की मिढ़ा समेत अन्य शामिल थे।