पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगल में पुलिस और भाकपा माओवादी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। पश्चिमी सिंहभूम एसपी आशुतोष शेखर ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के दो जवानों को गोली लगी है। बेहतर इलाज के लिए दोनों जवानों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। लेकिन मेडिका में एक जवान की मौत हो गयी है। नक्सलियों के साथ लोहा लेते हुए सीआरपीएफ जवान सुशांत कुमार को सीने के पास गोली लगी थी। इसके बाद उनको एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। लेकिन मेडिका में भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। बता दें कि इस एनकाउंट में शहीद सीआरपीएफ जवान का पूरा नाम सुशांत कुमार खूंटिया है। उनके पिता का नाम अतुल है। वो ओड़िशा के क्योंझर जिला के आनंदपुर के रहने वाले हैं।
सर्च अभियान के दौरान हुई मुठभेड़
सर्च अभियान के दौरान गुरुवार को पुलिस जवानों की मुठभेड़ भाकपा माओवादी संगठन के सेंट्रल कमेटी और एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ते के साथ होने की बात बताई जा रही है। शुक्रवार की सुबह फिर मुठभेड़ हुई। जिसमें पुलिस के दो जावनों को गोली लगी है। गोली लगने के बाद बैकअप टीम ने घायल दोनो जावनों हेलीकॉप्टर से रांची भेजा है। इधर मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर की टीम शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हट गये हैं। वही, सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल मुन्ना कुमार और सुशांत कुमार घायल हो गए।
सर्च ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर
बता दें कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान में लगातार भ्रमणशील है। इसको लेकर 11 जनवरी 2023 से चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 BN, 203 BN, 205 BN, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की कई बटालियन की टीम एक संयुक्त अभियान दल का गठन कर लगातार ऑपरेशन चला रही है। बताते चले कि मंगलवार और बुधवार को भी बीडीएस टीम के साथ मिलकर सीआरपीएफ और कोबरा जवानों ने नक्सलियों को काफी भारी नुकसान पहुंचाया था। गुरुवार को सुरक्षाबलों ने एक करोड़ के इनामी सेंट्रल कमेटी के मेंबर मिसिर बेसरा के बंकर तक को ध्वस्त कर दिया था। शुक्रवार को इसी अभियान को आगे बढ़ाते हुए सीआरपीएफ और जिला बल के जवान सर्च ऑपरेशन में लगे हुए थे, तभी घात लगाकर नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में सुशांत कुमार और मुन्ना लाल यादव को गोली लग गई। दोनों घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए रांची लाया गया, लेकिन इलाज के दौरान सुशांत कुमार की मौत हो गई।