गॉलब्लैडर में कैंसर सेल्स विकसित होने की कई वजह है। इसकी पहचान के लिए हमारी शरीर बार बार चेतावनी भी देती है। परंतु व्यस्ता के कारण हम उस पर ध्यान नहीं दे पाते है। पित्त नली कैंसर की बीमारी लोगों में गलत आदतों के कारण तेजी से पनप रहा है। जब पित्त नलिकाओं में कोशिकाएं डीएनए परिवर्तन से गुजरती हैं, तो इन परिवर्तनों से असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि होती है। यह पित्त नलिकाओं में ट्यूमर बना सकता है। इस स्थिति में यदि समय पर इलाज नहीं किया गया, तो अन्य कैंसर की तुलना में यह अधिक घातक साबित हो सकता है। वैसे तो फिलहाल पित्त नली कैंसर के लक्ष्ण 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ही अधिक देखा जा रहा है।
जाने क्या है लक्ष्ण
एनएलएम पर प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार पेट में दर्द के साथ बेचैनी रहना पित्त नली के कैंसर का एक बड़ा लक्षण है। यह दर्द आमतौर पर पेट के दाहिनी और पसलियों के ठीक नीचे होता है। अमुमन इस तरह के दर्द को गैस्ट्रिटिस या पित्त पथरी जैसी पाचन समस्याओं से जोड़ कर देखा जाता है। जिसके वजह से पित्त नली कैंसर का संदेह देर से होता है। वही, अत्यधिक थकान, वजन कम होना, बार-बार बुखार, खुजली और पेट दर्द भी पित्त नली कैंसर की प्रमुख वजह है। यदि इन सब लक्ष्णों से आप परेशानी है, तो डॉक्टर से तुरंत जांच कराए।