चारा घोटाले से जुड़े अंतिम एवं आरोपियों की संख्या में सबसे बड़े मामले में 28 अगस्त को फैसला आएगा। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की अदालत में शुक्रवार को दोनों पक्षों की अंतिम दलील पूरी होने के पश्चात फैसले की तारीख निर्धारित की। चारा कांड संख्या आरसी 48ए मामला डोरंडा कोषागार से 36 करोड़ से अधिक अवैध निकासी से जुड़ा है। सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक रविशंकर ने बताया कि डोरंडा कोषागार से वर्ष 1990 से 1995 की अवधि में फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर करीब 36.28 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में पूर्व विधायक व मामले के तत्कालीन आपूर्तिकर्ता गुलशन लाल आजमानी, मो. सईद का परिवार, राधा रमन सहाय सहित 125 आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे हैं। मामले में डॉ. केएम प्रसाद समेत 45 आरोपी पशुपालन डॉक्टर हैं। नौ महिला आरोपी भी है। मामले में सीबीआई की ओर से 594 गवाही दर्ज करवाई गई है। 27 सालों से जारी सुनवाई में कई आरोपियों ने साथ छोड दिया है। सीबीआई ने प्रारंभ में 177 घोटालेबाज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।