पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने समन के आदेश का अनुपालन नहीं करने को लेकर अदालत में दाखिल शिकायतवाद पर सीजेएम केके मिश्रा ने संज्ञान ले लिया है। अदालत ने 28 फरवरी को दर्ज शिकायतवाद पर सुनवाई पश्चात आदेश सुरक्षित रख लिया था। सोमवार को अदालत अपना सुरक्षित आदेश सुनाया है। कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद अब मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया जाएगा। कारण हेमंत सोरेन जेल में है। प्रोडक्शन वारंट जारी होने के बाद मामले में उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। ईडी की ओर से 19 फरवरी को शिकायतवाद दाखिल किया गया है।
दाखिल मुकदमे पर ईडी की ओर से दो निर्धारित तारीखों में बहस की गई। इसके बाद अदालत ने आदेश सुरक्षित रख लिया था। इससे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें थोड़ी बढ़ गई है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वहां के सीजेएम कोर्ट में समन के बावजूद नहीं पहुंचने को लेकर शिकायतवाद दर्ज कराई है। उसी का हवाला देते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भी रांची की निचली अदालत में शिकायतवाद पर दर्ज कराई गयी है। ईडी के आठ समन पर हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। हेमंत सोरेन वर्तमान में जमीन घोटाला मामले में 31 जनवरी को ईडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में हैं।