34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले के एक मामले में सीबीआई ने रांची की विशेष अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि मामले में छानबीन की गई, मगर घोटाले को लेकर छानबीन के दौरान कोई ठोस साक्ष्य हासिल नहीं किए जा सके। इसलिए इस मामले को बंद कर दिया जाए। कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट जमा कर ली गई है। झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने 25 अप्रैल 2022 को राष्ट्रीय खेल घोटाले को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज की थी। पहली प्राथमिकी होटवार स्थित स्पोर्टस कांप्लेक्स निर्माण में हुई गड़बड़ी को लेकर की गई थी। इस मामले में सीबीआई ने अज्ञात पब्लिक सर्वेंट्स एवं अज्ञात प्राइवेट पर्सनस के खिलाफ जांच प्रारंभ की थी। इसी मामले में सीबीआई ने डेढ़ साल से अधिक समय तक जांच की। वही, दाखिल क्लोजर रिपोर्ट पर अदालत 20 फरवरी को सुनवाई करेगी।
28.38 करोड़ रुपए घोटाले का है आरोप :
खेल घोटाले को लेकर वर्ष 2010 में निगरानी कांड संख्या 49/2010 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। लेकिन 12 साल बीतने के बाद भी जांच पूरी नहीं हुई तो ऐसी स्थिति में मामले की जांच झारखंड हाईकोर्ट ने संबंधित जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान 2022 में सीबीआई जांच का आदेश दिया। 34वें राष्ट्रीय खेल में 28 करोड़ 38 लाख रुपए के घोटाले का आरोप है।
खेल घोटाले के दूसरे मामले में जारी है तफ्तीश :
राष्ट्रीय खेल घोटाले में सीबीआई ने दो प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी आरसी 2/2022 मामले की जांच जारी है। सीबीआई ने आयोजन समिति के तत्कालीन कार्यकारी अध्यक्ष राम कुमार आनंद, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक, सचिव एसएम हाशमी, पीसी मिश्रा समेत अन्य पर वित्तीय अनियमितता के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। मामले की जांच जारी है।
राष्ट्रीय खेल घोटाले के एक मामले में सीबीआई ने दाखिल की क्लोजर रिपोर्ट, नहीं मिला ठोस साक्ष्य, केस बंद करने का किया अनुरोध, झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने दो प्राथमिकी की है दर्ज
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