अपनों की यादों मेंं रक्तदान शिविर लगाए गए। जिसका असर शिविर में देखने को मिला। वही, सात युवतियों समेत 43 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान की। दरअसल गुरु नानक सेवक जत्था और माता गुजरी जत्था ने संयुक्त रुप से रविवार को गुरुनानक भवन पार्किंग स्थल में रक्तदान शिविर लगाए। मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रक्तदान शिविर आयोजित करने का उद्देश्य अगल है। परलोक सिधार चुके स्वजनों की याद में परिवार के लोगों को रक्तदान करने को लेकर प्रेरित किया गया है। इसके मद्देनजर समाज की सलोनी अरोड़ा ने अपने दादा स्व बलदेव सिंह की स्मृति में पहली बार रक्तदान किया। यह परिजनों की ओर से उनके लिए श्रद्धांजलि है।अब हर साल शिविर अपनों की यादों के नाम से ही लगाया जाएगा। इस दौरान रक्तदाताओं को जत्था की ओर से मोमेंटो प्रदान कर प्रेरित किया गया।वही, जत्था के सूरज झंडई और करण अरोड़ा ने स्वयं रक्तदान कर लोगों के हौसले बढ़ाए।
शिविर में गुरुनानक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर ब्लड सेंटर के खलीकुल बारी, राजन वर्मा, सुखदेव मुंडा और सरिता कुमारी ने रक्त संग्रह करने में अहम योगदान किया। इसे सफल बनाने में गुरुनानक सेवक जत्था के सूरज झंडई, करण अरोड़ा, विशेष काठपाल, सलोनी अरोड़ा, वंश डावरा, गीतांशु तेहरी, अमन डावरा, साहिल सरदाना, कनिश गाबा, संदीप पपनेजा, सुमित मिढ़ा, जयंत मुंजाल, गीत सचदेवा, वरुण गेरा, पीयूष तलेजा, आकाश पपनेजा, ऋषभ शर्मा, चंचल ग्रोवर, कशिश नागपाल, गीतांशु गांधी, इनिष काठपाल, माता गुजरी जत्था की पूनम मिढ़ा, शीतल मुंजाल, ममता थरेजा और नीतू किंगर समेत अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण सहयोग की।