दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को गुरुवार (21मार्च ) की रात ईडी ने गिरफ्तार किया। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार किसी सीटिंग सीएम की गिरफ्तारी हुई है। वही, लालू यादव ने 1997 में सीएम पद से इस्तीफा देकर सरेंडर किया था। इसके बाद तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता समेत अन्य मुख्यमंत्री इस फेहरिस्ट में शामिल है। इससे पहले भी कई मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई, लेकिन जेल जाने से पहले उन्होंने अपनी कुर्सी किसी ना किसी को सौंप दी थी।
दिल्ली शराब घोटाले में ईडी का यह 16वीं गिरफ्तारी है। इससे पहले भारतीय राष्ट्र समिति की नेता के कविता की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे थे। इस मामले में गुरुवार (21मार्च ) को सुनवाई हुई। लेकिन हाई कोर्ट ने केजरीवाल को राहत देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उसी दिन ही शाम सात बजे ईडी की टीम सीएम आवास पर पहुंची। यहां दो घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने सीएम को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी। हांलाकि इससे पहले शराब घोटाले से जुड़े अन्य मामले में संजय सिंह और मनीष सिसोदिया को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
एजेंसी ने सीटिंग सीएम को पहली बार किया अरेस्ट
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 68 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब जांच एजेंसी ने किसी मौजूदा सीएम को गिरफ्तार किया हो। ईडी ने अभी तक किसी भी सीटिंग सीएम को गिरफ्तार नहीं किया था। वहीं इससे पहले ईडी ने झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी गिरफ्तार किया, लेकिन उन्होंने गिरफ्तारी से चंद समय पहले ही सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद ही ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। सीएम आवास से गिरफ्तारी कर ईडी ने केजरीवाल को सीधे अपने कार्यालय ले गई। जिसके बाद उन्हें शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान ईडी ने अरविंद केजरीवाल को ही दिल्ली शराब घोटाले का किंगपिंन बताते हुए 28 पेजों की रिमांड कॉपी कोर्ट में पेश की। जिसके बाद दस दिनों की रिमांड की मांग की गयी। इस दौरान कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद शाम को फैसला सुनाया। जिसमें छह दिन की रिमांड की मंजूरी दी गयी है।
अब केजरीवाल सरकार जेल से ही चलेगासीएम की गिरफ्तारी के बाद से दिल्ली की सियासत गरमाई हुई है। जिसके बाद दिल्ली का अगला सीएम कौन होना इस बात की राजनीतिक गलियारे में चर्चाए शुरू हो गई। सीटिंग मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर आप पार्टी की ओर से एक हस्ताक्षर कैंपेन चलाया था। जिसमें आप के अनुसार जेल से ही मुख्यमंत्री को 90 प्रतिशत लोगों ने शासन संभालने की बात कही थी। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भी कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। वह जेल से ही सरकार चलाएगे। साथ ही मौजूद सरकार में मंत्री आतिशी ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कहा कि जेल से सरकार चलेगी। वही, इस बाबत आप ने अधिकारिक तौर पर पुष्टी नहीं है।