अमेरिका के एनएसए जेक सुलिवन ने कहा कि बाइडन प्रशासन यूक्रेन को हज़ारों ह्यकलस्टर म्यूनिशन’ (बम) उपलब्ध कराएगा और इस विवादित विस्फोटक से आम लोगों को खतरे को लेकर नाटो के सहयोगियों की चिंताओं को दूर करेगा। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के लिथुआनिया में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले यह फैसला हुआ है। म्यूनिशन हथियार के तहत हवा में एक बम फेंका जाता है और फिर इसमें से छोटे-छोटे बम निकलते हैं। अमेरिका को लगता है कि यह हथियार रूस को पीछे धकेलने के वास्ते यूक्रेन के लिए जरूरी हैं। सुलिवन ने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि अमेरिका यूक्रेन को ऐसे ह्यम्यूनिशन’ देगा जिनमें से निकलने वाले छोटे बमों के न फटने की दर कम होगी। उन्होंने व्हाइट हाउस में कहा कि वे मानते हैं कि ह्यक्लस्टर म्यूनिशन’ से निकलकर न फटने वाले बम आम लोगों के लिए बड़ा खतरा पैदा करते हैं और यही वजह थी कि अमेरिका जहां तक मुमकिन हुआ इस फैसले को टालता रहा। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन को ऐसी स्थिति में नहीं छोड़ेंगे कि वह अपना बचाव ही न कर पाए। ह्यक्लस्टर बम’ का इस्तेमाल प्रतिबंधित करने के लिए एक संधि पर 120 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं लेकिन अमेरिका, रूस और यूक्रेन ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।