भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बहुप्रतीक्षित मिशन चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग को लेकर तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। अंतरिक्ष संगठन ने इसके लिए 13 जुलाई की तारीख तय की है। हालांकि, यह 19 जुलाई तक जा सकती है। इस बीच, मिशन को लेकर इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा कि हम चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सक्षम होंगे। इससे पहले अधिकारियों ने 28 जून को बताया था कि रॉकेट 13 जुलाई को स्थानीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे लॉन्च किया जा सकता है। वहीं, इसरो प्रमुख ने कहा था कि यह अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की एक और बड़ी कामयाबी होगी। चंद्रयान-3 के लैंडर में चार पेलोड हैं, जबकि छह चक्के वाले रोवर में दो पेलोड हैं। इसके अलावा प्रोपल्शन मॉड्यूल में भी एक स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री पेलोड है जो चंद्रमा के कक्ष से पृथ्वी के वर्णक्रमीय और ध्रुवमिति माप का अध्ययन करेगा। लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल में लगे पेलोड को इस तरह से तैयार किया गया है ।जिससे कि वैज्ञानिकों को उनकी मदद से पृथ्वी के इकलौते प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिले। प्रोपल्शन मॉड्यूल लैंडर और रोवर को चांद के कक्ष के 100 किलोमीटर तक ले जाएगा।