कर्नाटक सरकार ने भाजपा सरकार के समय लाए गए धर्मांतरण विरोधी कानून को वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है। इस फैलने पर कर्नाटक कैबिनेट ने धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करने पर मुहर लगा दी है। जल्द ही इस प्रस्ताव को विधानसभा में लाकर पास कराया जाएगा। जिसके बाद यह कानून निरस्त हो जाएगा। इस फैसले के बाद भाजपा दल कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने कहा कि समाज की रक्षा के लिए सीधी कार्रवाई की जरूरत है। ‘जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए भाजपा सरकार में धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया था। आज कांग्रेस की सरकार जबरन धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है। जहां एक तरह से उन लोगों को लाइसेंस दे रही है, जो लोगों को धर्मांतरण के लिए लुभाते हैं। इसे रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर साधुओं से बात की है। अब यह उनकी जिम्मेदारी है की वह हिंदू समाज की रक्षा करें।