झारखंड एटीएस की टीम ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रांची, रामगढ़ और हजारीबाग में क्राइम का ग्राफ बढ़ता देख एटीएस को भी अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए टास्क दिया गया था। जिसके तहत एटीएस की टीम ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। इन सभी की गिरफ्तारी रांची, रामगढ़ और हजारीबाग में छापेमारी के दौरान की गयी हैं। जो हाल के दिनों में रंगदारी और हत्या मामले में शामिल थे। इन तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ ही रांची में रंगदारी और हजारीबाग में हत्या मामले पर उद्भेदन हुआ हैं।
झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि बिहार के सीवान का अभय कुमार मिश्रा, पिठोरिया का रहने वाला अब्दुल करीम और हजारीबाग के बड़कागांव का रहने वाला प्रमोद कुमार साव को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। रांची के क्रशर संचालक शैलेंद्र प्रताप नारायण उर्फ अनूप सिंह से फोन पर 20 लाख की फिरौती मांगी गयी थी। जिसमें बिहार के सीवान का अभय कुमार मिश्रा और पिठोरिया का रहने वाला अब्दुल करीम ने फिरौती की मांग की थी। फोन करने वाला खुद को देवा गैंग का अविनाश तिवारी के तौर पर अपनी पहचान बतायी थी।
उन्होंने बताया कि धमकी के बाद क्रशर संचालक शैलेंद्र प्रताप नारायण उर्फ अनूप सिंह ने बरियातू थाने में इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसके बाद इनपुट्स के आधार पर दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली गयी हैं। इन अपराधियों के पास से दो पिस्टल, दो गोलियां और छह मोबाईल फोन बरामद हुये हैं।
रामगढ़ व हजारीबाग समेत प्रदेश के अन्य जिलों के थानों में इनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। वहीं, एटीएस ने पांडेय गिरोह के सक्रिय अपराधी प्रमोद कुमार साहू को गिरफ्तार किया हैं। दरअसल उसकी गिरफ्तारी हजारीबाग में एक हत्या को लेकर की गयी हैं। कुख्यात प्रमोद कुमार साहू पांडेय गिरोह का सदस्य हैं। प्रमोद साव हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र में हुये हत्या और फायरिंग की घटना में मोस्ट वांटेड था। जिसे गिरफ्तार करने में एटीएस को कामयाबी मिली हैं।