सीबीआई की टीम ने मंगलवार को झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में एक साथ छापेमारी करने पहुंची। जहां झारखंड में राजधानी रांची, गुमला और साहेबगंज में सीबीआई की टीम ने दबिश दी हैं। झारखंड के विभन्न जिलों में यह रेड सुबह से किया जा रहा था। दरअसल झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले सीबीआई झारखंड में संगठित अवैध पत्थर खनन की चल रही जांच को लेकर तीन राज्यों में लगभग 20 स्थानों पर रेड की। वहीं, कोलकाता में दो और पटना में एक स्थान पर दबिश दी गयी।
झारखंड की राजधानी रांची में तीन, गुमला में एक, साहेबगंज में 13 स्थान पर रेड किया गया। इस दौरान अब तक 60 लाख नकद, 1 किलोग्राम से अधिक सोना, 1.2 किलोग्राम चांदी, सोने के गहने, मोबाइल, 61 जिंदा कारतूस (9 मिमी), संपत्तियों से संबंधित बिक्री पत्र, निवेश और शेल कंपनियों से संबंधित दस्तावेज, समझौते के कागजात समेत अन्य दस्तावेज सीबीआई के हाथ लगी हैं।
सीबीआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि झारखंड उच्च न्यायालय के 18 अगस्त 2023 के आदेश के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी के साथ 34, 379, 323, 500, 504 एवं 506, आर्म्स एक्ट की धारा 27, एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(1)(5) एवं झारखंड खान एवं खनिज रियायत नियम 2004 की धारा 4/54 के तहत 20 नवंबर 2023 को मामला दर्ज किया था।
जांच से पता चला कि साहिबगंज जिला में बड़े पैमाने पर अवैध खनन गतिविधियों के कारण सरकार को मुख्य रूप से रॉयल्टी का भुगतान नहीं किये जाने और खनन कानूनों के उल्लंघन की वजह से काफी नुकसान हुआ।
इसके साथ ही इसमें यह भी जिक्र किया गया है कि प्रमुख व्यक्ति व संस्थाएं अपनी गतिविधियों को छिपाने और अवैध रूप से प्राप्त संसाधनों व धन का दुरुपयोग करने के लिए कई तरीकों का उपयोग किया। प्रारंभिक जांच में अवैध खनन गतिविधि को अंजाम देने और प्राप्त आय को छिपाने के लिए प्रमुख व्यक्तियों के साथ फर्मों की संलिप्तता में सांठगांठ का साक्ष्य जुटाये गये हैं।
क्या है मामला
सीबीआई निंबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले की जांच कर रही है। वहां के ग्राम प्रधान विजय हांसदा इस मामले में गवाह थे। लेकिन बाद में वहअपने बयान से मुकर गये। इस अवैध खनन घोटाले में विभिन्न व्यक्तियों की जांच चल रही है। ईडी की जांच के बाद सीबीआई ने प्रमुख संदिग्धों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की हैं। जिनमें पंकज मिश्रा, विष्णु कुमार यादव, पवित्र कुमार यादव, राजेश यादव, संजय कुमार यादव, बच्चू यादव, संजय यादव, सुवेश मंडल समेत अन्य का नाम शामिल हैं। सीबीआई ने विजय हांसदा की ओर से साहिबगंज के मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में दायर एक अदालती शिकायत और एससी व एसटी पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले को भी टेक ओवर किया हैं। इस मामले में सीबीआई डीएसपी कृष्ण कुमार सिंह जांच अधिकारी नियुक्त किये गये थे। इसके अलावा साहिबगंज में अवैध खनन से संबंधित मामले झारखंड खान और खनिज अधिनियम, एससी व एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया हैं।
सीबीआई का यहां पड़ा छापा..
सीबीआई ने अवैध खनन मामले में शामिल कई लोगों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। रांची में सीबीआई टीम ने प्रेम प्रकाश और सीए जयपुरियार से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। वहीं, राजमहल में महताब आलम से जुड़े ठिकानों की तलाशी ली गयी हैं। साहिबगंज में रंजन वर्मा, संजय जयसवाल, सुब्रतो पाल, टिंकल भगत, अवध किशोर सिंह, भगवान भगत और कृष्णा शाह से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गयी।