बीजेपी ने बगावत करने वाले नेता और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ा रुख इख्तियार किया हैं। यह पूरा मामला आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव से जुड़ा हुआ हैं। दरअसल भाजपा प्रदेश ईकाई ने बगावत करने वाले वैसे 30 नेता और कार्यकर्ताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की हैं। जहां इन सबको पार्टी से निकालने का फरमान सुना दिया गया हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर बागियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव में अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन कर चुनाव लड़ने समेत पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल ऐसे 30 बागियों को पार्टी से निकाल दिया है। साथ ही इन सब बागियों को छह सालों के लिए निष्कासित भी कर दिया गया है।
भाजपा महामंत्री सह सांसद डॉ प्रदीप वर्मा ने बताया कि पार्टी अनुशासन से चलती हैं। बागी नेताओं ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया था। जैसे जैसे विभिन्न जिलों से प्रदेश अध्यक्ष को सूची आयेगी। यानी जिलों के अध्यक्षों की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जारी रही। ऐसा नहीं है कि शिकायतें आयी और हमने उसे पर कार्रवाई कर दी। पहले तथ्यपरक की जांच की जाती है। साथ ही अन्य स्रोतों से भी जानकारी जुटाने के बाद ही इस तरह के फैसले लिये जाते हैं। पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी आगे कार्रवाई जारी रहेगा। पार्टी में अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता हैं।
इनको बीजेपी ने बाहर का दिखाया रास्ता..
प्रदेश भाजपा ने बागी नेताओं की लिस्ट जारी कर दी हैं। जिसमें चंद्रमा कुमारी (पलामू), कुमकुम देवी (हजारीबाग), लक्ष्मी देवी (पलामू), जूली यादव (दुमका), बलवंत सिंह (लातेहार), अरविंद सिंह (खरसावां), बटेश्वर मेहता (हजारीबाग), भैय्या बांके बिहारी (हजारीबाग), चितरंजन साव (बोकारो), कर्नल संजय सिंह (पलामू), हर्ष अजमेरा (हजारीबाग), हजारी प्रसाद साहू (रांची ग्रामीण), मिसिर कुजूर(गुमला), मिस्त्री सोरेन (पाकुड़), मुकेश कुमार शुक्ला (पाकुड़), पुष्परंजन (पलामू), राजकुमार सिंह (जमशेदपुर महानगर), रामावतार केरकेट्टा (रांची ग्रामीण), रामदेव हेम्ब्रम (पूर्वी सिंहभूम), रामेश्वर उरांव (लोहरदगा) ,संतोष पासवान (लातेहार), शिवचरण महतो (पाकुड़), शिवशंकर बड़ाइक (खूंटी), शिव शंकर सिंह (जमशेदपुर), सुरेंद्र मोदी (हजारीबाग), उपेंद्र यादव (गढ़वा), उमेश भारती (चतरा), विनोद सिंह (पलामू), शिव शंकर सिंह, विकास सिंह जमशेदपुर (पश्चिम), विमल बैठा (जुगसलाई) और राजकुमार सिंह (जमशेदपुर पूर्वी ) समेत अन्य का नाम शामिल हैं। इन सभी को बीजेपी ने छह वर्षों तक के लिए निष्कासित कर दिया हैं।