जेएमएम के सिंबल से विशुनपुर सीट से विधायक रहे चमरा लिंडा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री और चमरा लिंडा के बीच लंबी बातचीत हुई। जहां मुख्यमंत्री ने बातचीत के जरीये चमरा लिंडा की शिकवे शिकायतों को दूर किया। जिसके बाद अब चर्चाएं शुरु हो गयी हैं कि जल्द ही चमरा लिंडा को पार्टी निलंबन मुक्त करने जा रही हैं।
इन सब के बीच एक बार फिर से जेएमएम के सिंबल पर चमरा लिंडा विशुनपुर से ही चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि लोकसभा में चमरा लिंडा ने बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। इस कारण पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। जिसके बाद से ही जेएमएएम और चमरा के बीच दूरियां बढ़ गयी थी।
वहीं, पूर्व विधायक सह आजसू पार्टी के उपाध्यक्ष उमाकांत रजक और जमुआ से बीजेपी विधायक सह चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य केदार हाजरा ने अपने सैकड़ों समर्थक और कार्यकर्ताओं के साथ आज तीर धनुष का दामन थामा। जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर सभी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ली हैं।
इस दौरान दोनों को झामुमो की प्राथमिक सदस्यता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिलवाई है। जिसके बाद चर्चा है कि जेएमएम सिंबल से दोनों को टिकट दिया जा सकता हैं। जिसके तहत अब जेएमएम को चंदनक्यारी से उमाकांत रजक और जमुआ से केदार हाजरा के रुप में दावेदार मिल गया हैं। जिसपर पार्टी दाव खेल सकती हैं। हांलाकि इस बात की जेएमएम ने अधिकारिक घोषणा अबतक नहीं की हैं। मौके पर गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू, सुप्रियो भट्टाचार्य समेत अन्य नेता उपस्थित थे।