झारखंड में राजनीतिक पार्टियों के बीच मुफ्तखोरी और निकम्मेपन को बढ़ावा देने की होड़ मची हुई हैं। चुनावों में विभिन्न राजनीतिक दल आम लोगों के वोट पाने के लिए अनाप-शनाप घोषणाएं किये जा रहे हैं। हालात तो ये है साहब आम जनता की गाढ़ी कमाई से जमा टैक्स से किसी को भी लेना देना नहीं, राजनीतिक मतलब सत्ता एक मात्र लक्ष्य।
यह बातें सोमवार को रांची नागरिक मंच के अध्यक्ष अमृतेश पाठक ने कहीं। दरअसल मंच की ओर से एक बैठक आयोजित की गयी थी। जिसमें टैक्स पेयर और आम जनता की गाढ़ी कमाई से जमा टैक्स का सदुपयोग करने के बजाय रेवड़ियां बांटने के विषय पर चर्चा की गयी।
उन्होंने कहा कि मंच का विस्तार कमेटी बनाकर रविवार को किया जायेगा। जिसका मकसद अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनाने के लिए जनसंपर्क अभियान करने की होगी। इसके साथ ही आम लोगों से समर्थन मांगा जायेगा।
राजधानी होने के बावजूद आज तक बेहतर सड़क, 24 घंटे बिजली, शुद्ध पीने का पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से हम वंचित हैं। यह अब चुवानी घोषणाओं से दूर होता जा रहा हैं। अव्यवस्थित शहरीकरण से बारिश के दौरान पूरा रांची डुबा रहता है। वहीं, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों को आज तक जनोपयोगी नहीं बनाया जा सका हैं। एक भी बड़े उद्योग धंधे स्थापित नहीं हुये। बड़े तामझाम से बाहरी निवेश का दावा हवा हवाई साबित हुआ। इन सब मुद्दों पर कोई बात या फिर समाधान खोजना तक नहीं चाहता हैं।
उन्होंने कहा कि लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी-अपनी ओर से राजकीय कोष को लुटने को तैयार हैं। टैक्स पेयर और आम जनता की गाढ़ी कमाई से जमा टैक्स का सदुपयोग करने के बजाय रेवड़ियां बांटी जा रही है। जहां कौन कितना ज्यादा लुटा सकता है, उसकी होड़ मची हुई हैं। कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि लुटाने के लिए पैसे किस प्रकार से और कहां से आ रहे हैं। किन किन योजनाओं की राशि काटी गयी हैं। कौन कौन से विकास कार्य रोके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार पलायन हो रहा है। आम जनता रोजी रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बाहर निकल रहे हैं। खेतों में सिंचाई के लिए एक योजना तक धरातल पर नहीं उतरी गयी हैं। महिलाओं को प्रशिक्षित कर स्वालंबन और आत्म सम्मान से उपार्जन के उपाय करने की बजाय उन्हें मुफ्तखोर की संज्ञा दिलवा कर अपमानित किया जा रहा हैं। बैठक में राजीव झा, राजकुमार वर्मा, सत्यप्रकाश मिश्र, अविनाश कुमार, किशोर महापात्र, अनिता कुमारी, रजनी रंजन समेत अन्य उपस्थित थे।
बैठक में सदस्यों ने तीन प्रस्ताव को किया पास..
# जल्द ही सरकार की नाकामी और सभी राजनीतिक दलों की चालाकी से लोगों को अवगत कराया जायेगा। इसके लिए जनसंपर्क और जागरूकता अभियान चलेगा।
# सरकार और सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे।
# राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को आम जनता के पैसों को लुटाने से बचाने के लिए त्राहिमाम संदेश भेजेगे। जिसमें लाखों लोगों के हस्ताक्षर होंगे।