झारखंड हाईकोर्ट में अब जेएसएससी सीजीएल (JSSC CGL) परीक्षा मामला पहुंच गया हैं। परीक्षा के बाद से छात्र जेएसएससी सीजीएल में अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं। जहां छात्रों ने आंदोलन समेत अन्य माध्यम से संबधित स्तर तक अपनी आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। वहीं, परीक्षा के 18 दिनों बाद अब यह पूरा मामला हाईकोर्ट जा पहुंचा हैं।
दरअसल इस पूरे मामले पर परीक्षा में शामिल हुये अभ्यर्थी प्रकाश कुमार ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया हैं। उन्होंने एक जनहित याचिका दायर की हैं। जिसके माध्यम से परीक्षा रद्द, सीबीआई अथवा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों के पैंनल से जांच को लेकर याचिका दायर किया गया हैं। प्रार्थी ने अपने याचिका में राज्य सरकार की ओर से आयोजित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में अनियमितता और पुख्ता साक्ष्य होने की भी बात कही हैं।
ज्ञात हो कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जेएसएससी सीजीएल परीक्षा 21 और 22 सितंबर को आयोजित किया था। परीक्षा के बाद से छात्र अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं। इस बाबत छात्रों का एक प्रतिनिधमंडल ने राज्यपाल संतोष गंगवार से मिलकर जेएसएससी सीजीएल में हुये अनियमितता को लेकर साक्ष्य पेश किये थे। इन्हीं साक्ष्यों (पेन ड्राइव व सीडी) व कागज को संग्लन कर राज्यापाल ने 27 सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जेएसएससी को पत्र लिखकर जांच करने को कहा था।
जिसके बाद जेएसएससी ने सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में 27 सितंबर को ही तीन सदस्य कमेटी गठित कर दिया। जिसकी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में सौंपने की बात कहीं गयी थी। जिसके बाद कमेटी ने हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या परीक्षा में अनियमितता हुई हैं। जांच कर के बताये, इस दौरान परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे उन छात्रों को भी बुलाया गया जो कह रहे थे कि उनके पास साक्ष्य हैं। वहीं, इन सब के बीच जेएसएससी ने परीक्षा की उत्तर कुंजी (Answer Key) को जारी कर दिया था। जेएसएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर इससे प्रकाशित किया गया हैं। इस बाबत जेएसएससी की ओर से जारी उत्तर कुंजी पर 30 सितंबर तक आपत्ति मांगी गयी थी।
क्या हैं पूरा मामला..
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जेएसएससी सीजीएल परीक्षा लिया था। परीक्षा खत्म होने के बाद से ही धांधली, भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के आरोप लगने शुरु हो गये थे। परीक्षार्थियों का कहना है कि पेपर लीक कर दिया गया हैं। 22 सितंबर को प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने के पहले ही प्रश्नों का उत्तर कई अभ्यर्थियों के पास उपलब्ध था। जिससे भर्ती प्रक्रिया में बड़े स्तर पर धांधली हुई हैं। पेपर लीक के अलावा कई अभ्यर्थियों ने पिछली परीक्षाओं के सवालों के दोबारा परीक्षा में पूछे जाने पर भी गुस्सा जाहिर किया। इन तमाम आरोपों के बीच सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी का लगातार विरोध जाहिर हैं। वहीं, एक्स पर #Cancle_JSCC_CGL का ट्रेंड जारी रहा।
जेएसएससी अध्यक्ष ने दी थी सफाई..
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में गडबड़ी मामले पर जेएसएससी अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि परीक्षा में कुल 6,39,100 वैध आवेदन प्राप्त हुये थे। पूरे प्रदेश में 823 परीक्षा केंद्रों पर 10,917 कक्षों में एग्जाम लिया गया हैं।
परीक्षा के मद्देनजर 12 प्रश्न पत्रों का गुच्छा तैयार कर सभी को एनवेलप में सील किया गया था। जिसको मेटल लॉक के जरिये सुरक्षित रखा गया था। इसके साथ ही स्ट्रॉन्ग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे। वहीं, दंडाधिकारी की नियुक्ति की गयी थी।